लक्ष्मी का जन्म दिल्ली के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ। वर्ष 2005 में एक दिन लक्ष्मी रोजाना की तरह अपने घर जा रही थी। तभी पीछे से एक लड़का आया और उसने लक्ष्मी पर एसिड अटैक कर दिया। वह लड़का लक्ष्मी को शादी करने के लिए परेशान कर रहा था। जब लक्ष्मी ने उससे शादी करने से इंकार कर दिया तो उसने यह कदम उठाया। एसिड अटैक के बाद लक्ष्मी 2 माह तक अस्पताल में रही और कई बार उनकी सर्जरी हुई। हालांकि इस हमले के बाद भी वह चुप नहीं बैठी और उन्होंने एसिड सेल को लेकर और एसिड सर्वाइवर के ट्रीटमेंट के लिए कैंपेन चलाया।
वह इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट तक गई। 2013 में उन्होंने ये लड़ाई जीत ली। कोर्ट ने एसिड सेल पर रोक लगा दी और इसे खरीदने वालों को लेकर सख्त नियम लागू कर दिए। लक्ष्मी को वर्ष 2014 में इंटरनेशनल वुमन ऑफ करेज अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। इसके बाद उन्होंने शीरोज नाम का कैफे शुरू किया। 2014 में ही लक्ष्मी की मुलाकात एसिड अटैक के लिए अभियान चला रहे आलोक दीक्षित से हुई।
लक्ष्मी और आलोक के बीच प्यार हो गया और दोनों लिव इन में रहने लगे। उनके एक बेटी भी है। हालांकि तीन साल पहले लक्ष्मी और आलोक ने सहमति से अलग होने का फैसला लिया। अब बेटी की देखभाल लक्ष्मी कर रही है। दोनों के अलग होने के बाद लक्ष्मी को आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ा। उनके पास घर का किराया तक देने के पैसे नहीं थे। ऐसे में जब लोगों को इस बात का पता चला तो कई बॉलीवुड सेलेब्स भी लक्ष्मी की मदद को आगे आए। अक्षय कुमार ने उन्हें 5 लाख रु दिए।