जब दीपिका से पूछा गया कि वे इस तरह के मुद्दों से खुद को अलग क्यों रखती हैं। इस पर उन्होंने कहा कि वह वो काम करना पसंद करती हैं जहां उन्हें बदलाव की उम्मीद होती है। साथ ही उन्होंने कहा कि वह अपने दृष्टिकोण को सार्वजनिक रूप से साझा नहीं कर रही हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि उनके पास इन मुद्दों पर विचार नहीं है।
साथ ही दीपिका ने टॉक शो के दौरान मीडियाकर्मियों से भी सवाल किया कि वे व्यवसायियों और खिलाड़ियों से इन विषयों और विवादों पर राय क्यों नहीं मांगते हैं। उन्होंने कहा कि हमेशा बॉलीवुड सेलेब्स से ही उम्मीद की जाती है कि वे हर बात पर अपनी राय देंगे। बिजनेसमैन या खिलाड़ियों से ऐसे सवाल क्यों नहीं पूछे जाते। क्यों कोई रतन टाटा से नहीं पूछता है कि वह आरे के बारे में क्या सोचते हैं। खिलाड़ियों से #MeToo के बारे में क्यों नहीं पूछा जाता है?