फिल्म की कहानी राजपूत रानी पद्मावती को लेकर तथ्यों से छेड़छाड़ को लेकर विवादों में घिरी है। हालांकि, भंसाली इस बात से कई बार इंकार कर चुके हैं। कुछ हिंदू समूह फिल्म की रिलीज का विरोध कर रहे हैं जबकि कुछ राजनीतिक संगठनों ने मांग की है कि गुजरात विधानसभा चुनावों के मद्देनजर इसकी रिलीज स्थगित कर दी जाएगी। निर्माताओं को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) से अभी तक मंजूरी नहीं मिली है। सीबीएफसी का कहना है कि निर्माताओं का आवेदन ‘अधूरा’ था।
प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि ‘अपेक्षित मंजूरी’ मिलने के बाद फिल्म रिलीज की नई तारीख घोषित की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘हम एक जिम्मेदार, कानून का पालन करने वाले नागरिक हैं और देश के कानून व सीबीएफसी सहित अपने सभी संस्थानों और वैधानिक निकायों का सम्मान करते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हमें विश्वास है कि हमें फिल्म रिलीज करने के लिए जल्द ही अपेक्षित मंजूरी मिल जाएगी।’ बयान के अनुसार, ‘हम समय आने पर फिल्म रिलीज की नई तारीख की घोषणा करेंगे।’ ‘पद्मावती’ में दीपिका पादुकोण , शाहिद कपूर और रणवीर सिंह जैसे कलाकार प्रमुख भूमिकाओं में हैं।
क्या प्रसून जोशी के एतराज के बाद लिया गया फैसला
प्रसून जोशी ने प्राइवेट स्क्रीनिंग को लेकर कहा था, ‘सेंसर बोर्ड ने अभी तक फिल्म देखी भी नहीं है और ना ही फिल्म को प्रमाणित किया गया है. ऐसे में मेकर्स द्वारा प्राइवेट स्क्रीनिंग करना और नेशनल चैनलों पर फिल्म की समीक्षा करना बेहद निराशाजनक है। ये सिस्टम की प्रक्रिया के खिलाफ समझौते जैसा है। एक तरफ फिल्म की रिलीज प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए सेंसर बोर्ड पर दवाब डाला जा रहा है और दूसरी तरफ सेंसर के प्रोसेस को ही नष्ट करने का प्रयास हो रहा है।’ प्रसून जोशी ने कहा, ‘यह एक अवसरवादी उदाहरण पेश करने जैसा है।’ अब फिल्म को स्थगित किए जाने के बाद ये सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या सेंसर बोर्ड के एतराज के बाद ही मेकर्स ने फिल्म को स्थगित करने का फैसला किया है?