धर्मेंद्र को अपनी मंजिल हासिल कर पाना इतना आसान नहीं रहा था। एक बार धर्मेंद्र अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए बेहद भावुक हो गए थे। उन्होंने बताया था कि उनको किन-किन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा।
आगे उन्होंने बताया ”मैं स्कूल के बाद अक्सर एक पुल के पास जाया करता था जहां मैं अपनी मंजिल के बारे में सोचता था। घंटों बैठा रहता था। लेकिन आज जब मैं वहां जाता हूं तो एक आवाज सुनाई देती है। धर्मेद्र तू एक्टर बन गया।” आपको बता दें कि धर्मेद्र पंजाब के जाट परिवार से ताल्लुकात रखते हैं। धर्मेंद्र ने अपने करियर की शुरुआती दिनों में कई हिट फिल्में दी हैं, जिन्हें दर्शकों द्वारा खूब पसंद किया गया। धर्मेंद्र ने 1960 में फिल्म “दिल भी तेरा हम भी तेरे” से अभिनय की शुरुआत की थी। इस फिल्म के बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
धर्मेंद्र ने अपने बेहतरीन अभिनय के दम पर हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक अलग ही जगह बनाई है और वह कई दशकों से अपनी शानदार एक्टिंग की वजह से ही फैंस के दिलों पर राज कर रहे हैं। धर्मेंद्र ने अपने फिल्मी करियर में फूल और पत्थर, अनुपमा, सीता और गीता, यमला पगला दीवाना जैसी कई शानदार फिल्मों में काम किया है और लोग उनके अभिनय की तारीफ करते हुए नहीं थकते हैं।