अभिनेता के जाने के बाद से किस तरह से आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हुआ इस पर बात करते हुए अनुभव ने बताया, जो कुछ हो रहा वह हास्यास्पद है। मैं उस युवा लड़के को शांति में रहने देना चाहूंगा। वह वाकई में परेशान, बैचेन और अशांति में रह रहे होंगे। हमें उन्हें कुछ समय के लिए आराम से रहने देना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, अपनी जिंदगी को खत्म करना कोई आसान काम नहीं है और खासकर तब जब आप सबकुछ अच्छा कर रहे हो। हमें शांत रहने की आवश्यकता है, लेकिन कई बातें हो चुकी हैं और मुझे शक है कि इसमें कुछ राजनीति भी घुस गई है और यह किसी के लिए भी अच्छा नहीं है – उस लड़के के लिए भी नहीं। अनुभव का मानना है कि हमें इस वक्त सुशांत के परिवार के प्रति संवेदनशील होने की जरूरत है।
भंसाली से 4 घंटे तक चली पूछताछ
सुशांत सिंह सुसाइड मामले में संजय लीला भंसाली से बांद्रा पुलिस स्टेशन में 3 घंटे की पूछताछ के बाद करीब एक घंटे, जोन 9 डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे ने सांताक्रूज पुलिस स्टेशन में भी पूछताछ की। भंसाली के मुताबिक, सुशांत सिंह से साल 2016 के बाद उनकी दोबारा बात नहीं हो पाई। सुशांत के ज्यादा करीबी ना होने की वजह से उन्हें अभिनेता के डिप्रेशन के बारे में भी पता नहीं था। जब पुलिस ने अपनी पूछताछ में सुशांत सिंह राजपूत को फिल्म ‘राम लीला’ और ‘बाजीराव मस्तानी’ से निकाले जाने से जुड़ा सवाल किया तो संजय लीला भंसाली ने बताया कि उस वक्त सुशांत सिंह का पूरा ध्यान यशराज फिल्म्स की आने वाली फिल्म ‘पानी’ पर था। सुशांत ने एक वक्त में दो बड़ी फिल्मों में काम करने से मना किया था। संजय लीला भंसाली के मुताबिक, उन्होंने कभी भी सुशांत सिंह को अपनी फिल्मों से ‘ड्रॉप’ नहीं किया था।