scriptशक्ति कपूर विलेन टाइप नहीं है चिराग का किरदार : अरमान कोहली | Interview: Armaan Kohli talks about his comeback and 'Prem Ratan Dhan Payo' | Patrika News

शक्ति कपूर विलेन टाइप नहीं है चिराग का किरदार : अरमान कोहली

Published: Nov 02, 2015 01:51:00 pm

सलमान की “प्रेम रतन धन पायो” से विलेन के तौर पर कमबैक कर
रहे अरमान अब तक के अपने करियर की यह सबसे बड़ी उपलब्धि मान रहे हैं

armaan kohli3

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रोहित तिवारी/मुंबई ब्यूरो। बिग बॉस में लोकप्रियता हासिल कर चुके अभिनेता अरमान कोहली एक अरसे बाद बड़े पर्दे पर वापसी कर रहे हैं। सलमान खान स्टारर फिल्म “प्रेम रतन धन पायो” से विलेन के तौर पर कमबैक कर रहे अरमान अब तक के अपने करियर की यह सबसे बड़ी उपलब्धि मान रहे हैं। इसी मौके पर उनसे हुई बातचीत के पेश हैं कुछ मुख्य अंश-

“प्रेम…” से कमबैक कर रहे हैं, कैसा लगा?
(उत्साहित मूड में…) मैं जिस फिल्म और जिस सुपरस्टार के साथ बड़े पर्दे पर वापसी कर रहा हूं, वह मेरी डेब्यू फिल्म “विरोधी” में भी अच्छा रहा है। अब तक करीब 22 फिल्में कर चुका हूं, लेकिन सलमान खान जैसे बड़े स्टार के सामने अब मैं एक खलनायक के रूप में नजर आऊंगा। इसे लेकर मैं बहुत ही रोमांचित हूं।

“बिग बॉस” के बाद आप बिल्कुल लापता से हो गए थे, इसका कोई अहम कारण?
नहीं ऐसा तो नहीं है…”बिग बॉस” के बाद मेरी लोकप्रियता इतनी बढ़ गई थी कि मुझें विदेशों से भी कॉल आने शुरू हो गए थे, जो आज भी जारी है। उस शो के बाद मुझे कई फिल्मों के ऑफर्स भी आए, लेकिन मैं किसी ऐसी फिल्म की तलाश में था, जो मुझे एक नई पर्सनैलिटी और नया रोल दे सके। मेरा सपना इस फिल्म से पूरा हो गया और इसके लिए मैं सूरज बडज़ात्या और सलमान खान का शुक्रिया अदा करता हूं। बताना चाहूंगा कि सलमान के साथ जब मैं सूरज जी से मिलने उनके ऑफिस गया तो उन्होंने मेरी पर्सनैलिटी देखी और बगैर ऑडिशन के ही मुझे खलनायक चिराग की भूमिका के लिए साइन कर लिया।



फिल्म में चिराग की भूमिका क्या है?
यह कोई हिंदी फिल्मों का शक्ति कपूर टाइप विलन नहीं है, बल्कि एक नए जमाने का क्लासिक विलेन है। यह सिगरेट पीने के अलावा भी बहुत कुछ करता है, जबकि आज तक राजश्री फिल्मों में शराब, सिगरेट जैसी चीजें दिखाई नहीं दीं, लेकिन चिराग ऑडियंस को सब कुछ करता हुआ दिखाई देगा।

राजश्री बैनर का अनुभव कैसा रहा आपका?

बतौर डायरेक्टर सूरज के सेट पर आपको कभी कोई आवाज नहीं सुनाई देगी। दूसरे वे इतना धीरे बोलते हैं कि उनकी बात सुनने के लिए पिनड्रॉप साइलेंट माहौल की जरूरत होती है, जो उनके सेट पर हमेशा ही होता है। उनके साथ काम करने का अनुभव काफी अच्छा रहा और मुझे लगता है कि सूरज से इंडस्ट्री के डायरेक्टर्स को काफी कुछ सीखने की जरूरत है।

सलमान के साथ काम का एक्सपीरिएंस कैसा रहा?
इंडस्ट्री में हमेशा से ही बड़े स्टार्स के आगे अगर कोई कलाकार आता है या सबसे अच्छा काम कर दिखाता है तो उस कलाकार के सीन पर कैंची चला दी जाती है, लेकिन सलमान इकलौते ऐसे स्टार हैं, जो अपने सीन भी सामने वाले कलाकार को दे देते हैं। कुछ ऐसा ही मेरे साथ भी हुआ है।

क्या आपको विवादित सुर्खियों में बने रहने का कोई फायदा हुआ है?

मैं अपने ब्रेकअप तो कभी अपने गुस्से को लेकर हमेशा ही सुर्खियों में रहा हूं और बिग बॉस में तो मेरी वह इमेज साफ तौर पर उभरकर सबके सामने भी आ गई थी। (कुछ सोचते हुए…) मेरा मानना है कि उम्र के साथ हर इंसान में एक बदलावा आता है। मेरी पहली फिल्म के बाद मेरे पास इंडस्ट्री के हर बड़े डायरेक्टर की फिल्म थी। मुझे याद है कि मैंने करीब 63 फिल्में साइन की थीं, तो कहीं न कहीं सफलता ने थोड़ा सिर घुमा दिया था। लेकिन उसके बाद मेरी वे फिल्में रिलीज हुईं, जिन्हें लोगों ने पहले घटिया और फ्लॉप साबित कर दिया था। लिहाजा धीरे-धीरे सभी अच्छे निर्देशकों की फिल्में मेरे हाथ से निकलती चली गईं। खैर, मुझे कभी आर्थिक दिक्कत तो रही नहीं, फिर भी आत्मनिर्भर बनने के लिए मैंने अपना बिजनेस शुरू किया है, जो आज भी अच्छा चल रहा है। वैसे बताना चाहूंगा कि अगर मैं बिग बॉस के यहां एटिट्यूड न दिखाता तो घर के अंदर बारह प्रतियोगी मुझे चैन से न रहने देते।



आगे आपके पास क्या प्रोजेक्ट्स हैं?
अभी हाल ही में मैंने निर्देशक साजिद नाडियाडवाला की दो फिल्में साइन की हैं, जिनके नाम अभी तक तय नहीं हुए हैं। इसके अलावा बताना चाहूंगा कि उनमें टाइगर श्रॉफ और वरुण धवन नायक हो सकते हैं, लेकिन इन फिल्मों के अलावा अब मेरी आने वाली हर फिल्म में मैं खलनायक ही बनूंगा।
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