शायर और गीतकार निदा फाजली और फिल्मकार तिग्मांशु धूलिया ने भी आमिर का विरोध करते हुए कहा है कि हमारा देश असहिष्णु नहीं है
मुंबई। बॉलीवुड एक्टर आमिर खान के बयान पर पूरा बॉलीवुड और सोशल मीडिया दो खेमें में बंट गया है। इस मामले पर मशहूर शायर और गीतकार निदा फाजली और फिल्मकार तिग्मांशु धूलिया ने भी आमिर का विरोध करते हुए कहा है कि हमारा देश असहिष्णु नहीं है। उनका कहना है कि एक खास तरह की राजनीति ऐसा माहौल बनाना चाहती है।
आमिर का विरोध जताते हुए निदा फाजली ने कहा कि उनकी कुछ बातें ठीक हो सकती हैं लेकिन उनके देश छोड़कर कहीं और बसने वाले बयान से वह इत्तफाक नहीं रखते हैं। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में ऐसा कोई मुल्क नहीं है जो पूरी तरह से स्वर्ग या नर्क हो। अभी जो हालात हैं वह 1984 के सिख दंगो या 2002 के गुजरात दंगो से बेहतर हैं। हालांकि जो भी हालात हैं,
उसके खिलाफ जो लोग विद्रोह कर रहे हैं, मैं उनके साथ हूं। फाजली ने आगे कहा कि यह लोगों को बांटकर वोट बैंक की सियासत है। साक्षी महाराज, योगी आदित्यनाथ और ओवैसी जैसे कुछ सौ लोग हैं जो लोगों को बांटकर अपना सिक्का चलाना चाहते हैं।
वहीं इस पर तिग्मांशु धूलिया का कहना है कि यह आइडियॉलजी की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि ऐसे दिखाया जा रहा है जैसे लोगों का आपसी भरोसा खोया हो, लेकिन ऐसा कतई नहीं है। हमारा सामाजिक ढांचा इतना मजबूत है कि यह टूटेगा नहीं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में ऐसी घटनाएं जरूर घटी हैं जिन्होंने इस तरह का कुछ माहौल बनाया। भाजपा की एक खास तरह की विचारधारा है जिसके कारण कुछ कन्फ्यूजन की स्थिति है।