मुंबई। फेमस गजल सिंगर जगजीत सिंह पर बनी एक बुक में उनके कुछ अनछुए पहलूओं का खुलासा किया गया है। इसमें ये भी बताया गया है कि कैसे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ने उनकी जासूसी करवाई थी और संयोग से जासूस उनका फैन निकला था।
बुक में हुआ खुलासाहार्परकालिंस द्वारा पब्लिश सत्य सरन की बुक “बात निकलेगी तो फिर – द लाइफ एंड म्यूजिक ऑफ जगजीत सिंह” में इस घटना का जिक्र किया गया है। बुक में जगजीत सिंह की पत्नी चित्रा सिंह के हवाले से वर्ष 1979 की उस घटना को बताया गया है, जब वे पहली बार परफॉर्मेस के लिए पाकिस्तान गए थे। बुक के मुताबिक चित्रा ने बताया “जब हम (पाकिस्तान) गए, तब राजनीतिक स्थितियां शांत नहीं थी, हम एक टेंशन महसूस कर सकते थे। जब हमने वहां लैंड किया तो एक शख्स एयरक्राफ्ट में घुसा और वहीं खड़ा रहा। हमने उसे बार-बार देखा। उसने हमें एयरपोर्ट से बाहर तक फोलो किया और हमने उसे होटल में फिर से देखा।”
“कमरे की बैल बजी, जगजीत ने दरवाजा खोला और वे शख्स वहां खड़ा था। वह कमरे के अंदर आया। जगजीत ने उससे पंजाबी में पूछा, क्या आप हमें फोलो कर रहे हैं?” चित्रा ने बताया कि कैसे उस जासूस ने बताया कि वह फैन है और इशारों में बताया कि कमरे में जासूसी की गई है।
खुफिया एजेंसी का था जासूसउसने बताया कि वह इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट से है, उसने अपनी जैकेट में से एक बोतल निकाली, वे तोहफे के रूप में शराब की बोतल लेकर आया था, क्योंकि वह होटल शराब नहीं सर्व करता था। चित्रा के हवाले से बुक में बताया गया कि पाकिस्तान ने उनकी परफॉर्मेस पर बैन लगा दिया था, लेकिन उन्होंने प्रेस क्लब का एक प्राइवेट निमंत्रण स्वीकार किया, जहां उन्होंने एक पूरे भरे हॉल के लिए परफॉर्मेस दी। अगले दिन वे उस वक्त पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त रहे शंकर दयाल शर्मा के घर एक प्राइवेट कॉन्सर्ट के लिए गए। इसके बाद दोनों को परफॉर्मेस के लिए बहुत सारे इंविटेशंस मिले।