मुंबई। बी- टाउन एक्ट्रेस कंगना रानोट वाकई में इंडस्ट्री में “क्विन”बन गई है,तभी तो हर तरफ उनके ही चर्चे हो रहे है। नेशनल अवार्ड विनर कंगना ने हाल ही में लंदन में “वुमन इन द वर् ल्ड” समिट अटैंड किया। जहां कंगना ने अपने लाइफ के एक्सपीरिएंस शेयर किए।
लंदन में हर साल यह समिट आयोजित किया जाता है। इस बार आयोजित इस इवेंट में बॉलीवुड से कंगना रानोट और हॉलीवुड से मेर्ली स्ट्रीप, निकोल किडमैन, फर्स्ट मिनिस्टर ऑफ स्कॉटलैंड निक ोल स्टर्जन और जॉर्डन की रानी ने पार्टीसिपेट किया।
समिट के दौरान कंगना से हुई विशेष बातचीत में उन्होनें कहा,”मैं स्वभाव से ही विद्रोही थी। मुझे किसी भी बात की जिम्मेदारी नजर ही नहीं आती थी और उस वक्त देश में लड़की का जन्म सेटबैक माना जाता था।मैं दुखी थी और मुझे मेरे पेरेंट्स का प्यार नहीं मिला। मेरे पिता को मेरे भाई से बहुत उम्मीदें थी,मैं भी कुछ ऎसा करना चाहती थी कि जिस पर मेरे पेरेंट्स को मुझ पर नाज हो और मुझे खुद पर पूरा भरोसा था।”लेकिन इन सबके विपरित आज वुमन ओरिएंटेड फिल्में बनाई जाती है।
कंगना ने बताया कि वो आज जैसी है पहले ऎसी नहीं थी। वे मुश्कि ल से अंग्रेजी के शब्द बोल पाती थी। इंग्लैंड के लोग इस बात को शायद एक बार समझ भी लें लेकिन मुंबई के लोग आपको माफ नहीं करते है।कंगना से बॉलीवुड में लुक्स को टैलेंट से ज्यादा तवज्जों दी जाती है? यह सवाल पूछा गया तो उन्होनें मुस्कुराकर क हा कि इसका जवाब देने पर खुद के लिए मुश्किलें खड़ी हो जाएगी।