हम आपको बतान चाहते हैं कि इसके पीछे वजह साफ है। दरअसल, इंटरव्यू में जब कंगना से पूछा गया कि उन्होंने करण को इसलिए मूवी माफिया कहा, क्योंकि उन्होंने आपको कोई बड़ा ब्रेकनहीं दिया? इस पर कंगना ने कहा, ‘मैंने उनके साथ एक फिल्म की हुई है ‘उंगली’, उसमें मेरा 10 मिनट का रोल था। वो मेरी जिंदगी की सबसे फ्लॉप फिल्म है। ऐसे में भला उनसे रोल कौन चाहेगा।’
कयास लगाए जा रहे हैं कि कंगना के इसी बेबाक बोल ने ही करण जौहर को ट्वीट करने के लिए बाध्य किया है। करण जौहर ने एक ट्वीट में लिखा, अहसान फरामोश… लोगों के सच्चाई की जांच होनी चाहिए।
इसके साथ ही करण जौहर ने दूसरे ट्वीट में लिखा कि ‘डिअर ‘चुप रहो’ मैं तुम्हें कई मौकों पर यह बोलना चाहता हूं लेकिन मैं खुद को रोक लेता हूं।’
अब सवाल यह उठता है कि यदि करण ने ये सारी बातें कंगना के लिए कही हैं, तो फिर वो कंगना को चुप रहने के लिए क्यों कह रहे हैं। एक ओर जहां वो खुद अभिव्यक्ति की आजादी के लिए गुहार लगाते हैं, तो दूसरी ओर किसी और से अभिव्यक्ति की आजादी छीनना चाहते हैं। आखिर क्यों? यदि हमारे यूजर्स इस सवाल पर कोई प्रतिक्रिया देना चाहते हैं, तो कमेंट बॉक्स पर अपनी राय शेयर कर सकते हैं।