इस मामले में एक्ट्रेस ने कहा, ‘इस मामले में सिंटा ने जो स्टैंड लिया है, मैं उससे निराश हूं। सिंटा ने 10 साल पहले मेरी सेक्सुअल हैरेसमेंट की शिकायत पर सही से एक्शन ना लेने पर पब्लिक में माफी मांगी थी। इस बार मुझे सिंटा की तरफ से कहा गया कि वे नाना पाटेकर के निष्कासन के साथ गणेश आचार्य, प्रोड्यूसर सामी सिद्दीक और डायरेक्टर राकेश सांरग के खिलाफ कड़ा एक्शन लेंगे।’ ‘मैंने सिंटा से कहा था कि क्या वे मुझे कानूनी मदद दे सकते हैं? क्योंकि मुझे नाना की तरफ से मानहानि का नोटिस देकर धमकाया जा रहा है। मगर सिंटा ने ये कहकर मना कर दिया कि ऐसे मामलों में कानूनी मदद देना उनकी पॉलिसी नहीं है। मुझे लगता है सिंटा का #MeToo को समर्थन सिर्फ मीडिया को दिखाने के लिए है। वे बस बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं।’
तनुश्री ने सवाल उठाते हुए कहा,’ जब बड़े बड़े प्रोडक्शन हाउस ने #MeToo के घेरे में आए लोगों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है, यहां तक कि सरकार के मंत्रीने तक इस्तीफा दे दिया है, ऐसे में सिंटा की कार्रवाई हास्यास्पद है। उन्होंने बता दिया कि ऐसे संगठन भरोसे के लायक नहीं हैं। ये कमजोर संस्था है। सिंटा ने फिर से मुझे फेल कर दिया है।’