विनोद शाह ने बताया कि पूर्व फिल्म निर्माता ने अपने घर पर करीब सुब 6 बजे अंतिम सांस ली. हरीश शाह का अंतिम संस्कार पवन हंस श्मशान घाट में किया गया। कोरोना वायरस महामारी के कारण हरीश शाह के अंतिम संस्कार में केवल परिवार के सदस्य ही शामिल हुए।
हरीश शाह (Harish Shah) पिछले दस सालों से गले के कैंसर की खतरनाक बीमारी से जूझ रहे थे और सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली।”
बता दें कि हरीश शाह ने पिछले 40 साल से फिल्म इंडस्ट्री कई सुपरहिट फिल्में दी है। जिनमें 1972 में आई फिल्म ‘मेरे जीवन साथी’ ‘काला सोना’ के बाद उन्होंने 1985 में आई ‘राम तेरे नाम’ प्रोड्यूस की, जिसमें रेखा और संजीव कुमार ने मुख्य भूमिका निभाई।
हरीश शाह (Harish Shah) ने बॉलीवुड में फिल्में प्रोड्यूस करने के साथ-साथ कई फिल्में डायरेक्ट भी की हैं। जिनमें 1980 में नीतू कपूर और ऋषि कपूर की फिल्म ‘धन-दौलत’ और धर्मेंद्र और शत्रुघ्न सिन्हा स्टारर फिल्म ‘जलजला’ और 1995 में आई फिल्म अब इंसाफ होगा प्रमुख थी करियर के आखिर में हरीश शाह ने सनी देओल और तब्बू की एक्शन-थ्रिलर फिल्म ‘जाल: द ट्रैप’ फिल्म को भी डायरेक्ट किया था।