साथ ही उन्होंने कहा,’मैं खुश हूं। मुझे लगता है कि इस समय मुझे जो काम मिल रहा है, वह मेरी औकात से ज्यादा काम मिल रहा है। मेरे लिए यही बहुत है। मिर्जा गालिब की वह लाइन है न हजारों ख्वाहिशें ऐसी कि हर ख्वाहिश में दम निकले। अब काम तो मिल रहा है, ऐसे में यह क्यों सोचना कि अवॉर्ड भी मिले, सारा कुछ सबको नहीं मिल जाता। मुझे नेशनल अवॉर्ड के न मिलने का कोई गम या पीड़ा नहीं है। मिलने वाले सम्मान को लेकर कोई खलिश नहीं रखनी चाहिए।’
वहीं लेट-लतीफी के सवाल पर उन्होंनेे कहा, ‘मैंने आज तक कभी नखरे तो दिखाए नहीं। मेरे साथ कोई भी निर्देशक दूसरी बार काम इसलिए करना चाहता है क्योंकि मैंने कोई नखरे नहीं दिखाए। मैं टाइम का बड़ा पाबंद हूं, समय से पहले पहुंचता हूं, मुझे यह नखरे करने वाली बातों पर कोई विश्वास नहीं। मुझे फिल्म मेकिंग की हर चीज से बहुत प्यार है, इसलिए सेट पर मैं समय से पहले आ जाता हूं।