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नई फिल्मों के डिजिटल प्रीमियर पर विचार, कोई चारा नहीं दुआ के सिवा

locationमुंबईPublished: Apr 23, 2020 07:48:29 am

‘मिमी’ की शूटिंग पिछले साल अक्टूबर में राजस्थान के चूरू में शुरू हुई और पांच मार्च को पूरी हो गई थी। ‘लुकाछिपी’ (2019) के बाद लक्ष्मण उतेकर की यह दूसरी हिन्दी फिल्म है। वह एक मराठी फिल्म ‘टपाल’ भी बना चुके हैं।

नई फिल्मों के डिजिटल प्रीमियर पर विचार, कोई चारा नहीं दुआ के सिवा

नई फिल्मों के डिजिटल प्रीमियर पर विचार, कोई चारा नहीं दुआ के सिवा

-दिनेश ठाकुर
कोरोना के कारण सबसे बुरे दौर से गुजर रही भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में कारोबार के नए तौर-तरीकों का सूत्रपात होता लग रहा है। सिनेमाघर करीब डेढ़ महीने से बंद पड़े हैं और कब तक खुलेंगे, इसकी कोई साफ तस्वीर नहीं उभर रही है। ऐसे में नई फिल्मों को सीधे ओवर द टॉप (ओटीटी) प्लेटफॉर्म्स पर उतारने पर विचार किया जा रहा है। अक्षय कुमार की ‘सूर्यवंशी’ और ‘लक्ष्मी बम’, रणवीर सिंह की ’83’, सलमान खान की ‘राधे’ के निर्माता तो फिलहाल ‘वेट एंड वॉच’ की मुद्रा में हैं, लेकिन छोटी और मझोली फिल्मों के निर्माता डिजिटल प्रीमियर की संभावनाएं टटोल रहे हैं।

अगर जून तक सिनेमाघरों में हालात सामान्य नहीं होते हैं तो निर्देशक कुणाल देशमुख की ‘शिद्दत’ (राधिका मदान, सनी कौशल, मोहित राणा) और निर्देशक लक्ष्मण उतेकर की ‘मिमी’ (कीर्ति सेनन, पंकज त्रिपाठी, सुप्रिया पाठक) का डिजिटल प्रीमियर किया जा सकता है। ‘मिमी’ की शूटिंग पिछले साल अक्टूबर में राजस्थान के चूरू में शुरू हुई और पांच मार्च को पूरी हो गई थी। ‘लुकाछिपी’ (2019) के बाद लक्ष्मण उतेकर की यह दूसरी हिन्दी फिल्म है। वह एक मराठी फिल्म ‘टपाल’ भी बना चुके हैं।

नेशनल अवॉर्ड जीतने वाली मराठी फिल्म ‘माला आई व्याहची’ के रीमेक ‘मिमी’ में कीर्ति सेनन ने सरोगेट मदर का किरदार अदा किया है। ‘शिद्दत’ और ‘मिमी’ के डिजिटल प्रीमियर की संतोषजनक कीमत मिलती है तो इनके निर्माता सिनेमाघरों पर निर्भर रहने के मूड में नहीं हैं। छोटी और मझोली फिल्मों के निर्माताओं को लग रहा है कि सिनेमाघर खुलने के बाद बड़ी फिल्मों की भीड़ में उनकी फिल्में सैंडविच बन सकती हैं। उन्हें डिजिटल प्रीमियर सुरक्षित विकल्प लग रहा है। हाल ही यह चर्चा भी गरम थी कि संजय लीला भंसाली और टी सीरीज की साझा पेशकश ‘ट्यूजडेज एंड फ्राइडेज’ भी सीधे ओटीटी प्लेटफॉर्म पर आ सकती है।

हालांकि भंसाली ऐसी किसी संभावना से इनकार कर चुके हैं, लेकिन टी सीरीज के भूषण कुमार जिस तरह ओटीटी प्लेटफॉर्म्स में दिलचस्पी दिखा रहे हैं, ‘ट्यूजडेज एंड फ्राइडेज’ के मामले में ऊंट किसी भी करवट बैठ सकता है। इस रोमांटिक कॉमेडी से पूनम ढिल्लों के बेटे अनमोल ठकारिया और पूर्व मिस इंडिया झटेलका मल्होत्रा फिल्मी पारी शुरू करेंगे। दरअसल, डेढ़ महीने से ठप पड़े फिल्म कारोबार ने छोटे-बड़े सभी फिल्मकारों की कमर तोड़ दी है और वे ‘कोई चारा नहीं दुआ के सिवा’ से दो-चार हो रहे हैं, लेकिन इस तरह सब्र भी कब तक किया जाए।

निर्देशक राजन चंदेल की ‘बमफाड़’ (आदित्य रावल, शालिनी पांडे) पिछली 10 अप्रेल को सीधे ओटीटी प्लेटफॉर्म पर आ गई। दो हफ्ते पहले यूट्यूब पर जारी की गई रामानंद सागर के घरेलू बैनर की ‘1971’ को जो दर्शक मिले हैं, उससे भी कई फिल्मकारों की आंखें चौड़ी हो गई हैं। भारत-पाक के 1971 के युद्ध की पृष्ठभूमि वाली इस फिल्म को अब तक डेढ़ करोड़ व्यूज मिल चुके हैं। तेरह साल पहले जब यह सिनेमाघरों में पहुंची थी, औसत कारोबार कर सकी थी। बहरहाल, लॉकडाउन के दौरान ओटीटी प्लेटफॉम्र्स की पहुंच लगातार बढ़ रही है। मुमकिन है कि कुछ दिनों बाद इन पर छोटी और मझोली फिल्मों की कतार नजर आने लगे।

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