बता दें इस फिल्म में माधवन बतौर डायरेक्शन भी काम कर रहे हैं। इस बात की जानकारी खुद माधवन ने इंस्टाग्राम पर पर क्लैपबोर्ड के साथ शेयर की। उस क्लैपबोर्ड पर डायरेक्टर के तौर पर माधवन नाम लिखा हुआ है।
गौरतलब है कि नम्बी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के एक वरिष्ठ अधिकारी के रूप में क्रायोजेनिक्स डिपार्टमेंट इंचार्ज थे। 1994 में उन्हें जासूसी के झूठे आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था। सीबीआई द्वारा 1996 में उन पर लगे आरोपों को खारिज कर दिया गया और सुप्रीम कोर्ट ने 1998 में उन्हें दोषों से बरी कर दिया।
अदालत ने कहा था कि नम्बी नारायण को गिरफ्तार किया जाना गैरजरुरी था, उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अगुवाई वाली पीठ ने कहा था- उन्हें हुए नुकसान की भरपाई पैसे से नहीं हो सकती, लेकिन नियमों के तहत उन्हें 75 लाख का भुगतान किया जाए।
‘रॉकेट्री’ के टीजर में दिखाया गया था कि नासा ने 67.1 करोड़ डॉलर खर्च करके 19 बार में मंगल पर कदम रखने में कामयाबी पाई। वहीं रूस ने 11.7 करोड़ डॉल्रर खर्च करके 16 बार कोशिश की। जबकि भारत को महज 7.4 करोड़ डॉलर खर्च करने के बाद नवम्बर 2014 में पहली ही कोशिश में कामयाबी मिल गई थी।