गौरतलब है कि हाल ही में धोनी की टीम इंडिया को भी 1 रन से हार का सामना करना पड़ा था। मैदान पर धोनी औऱ राहुल बल्लेबाजी कर रहे थे पर अन्तिम गेंद पर धोनी 1 रन नहीं बना सके। जिस वजह से सीरीज में हार का सामना करना पड़ा। उस मैच में टीम इंडिया को अन्तिम ओवर में जीत के लिए 8 रन चाहिए थे और इस मैच में इंडिया ए को 9 रन चाहिए थे पर दोनों ही जगह 1 रन से हार का सामना करना पड़ा।
इस मैच में एक समय इंडिया ए की जीत सुनिश्चित लग रही थी और आखिरी ओवर में भारतीय टीम को जीत के लिए नौ रन चाहिए थे, लेकिन आखिरी की दोनों गेंदों पर दो विकेट गिरे और भारतीय बल्लेबाज विजयी रन हासिल नहीं कर सके।
322 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही। उसके दोनों ओपनर बल्लेबाज फैज फजल (12) और श्रेयष अय्यर (13) जल्द ही अपने-अपने विकेट गंवा बैठे। शानदार बल्लेबाजी कर रहे मंदीप सिंह (56) ने अर्धशतक लगाया पर वे लंबी पारी नहीं खेल सके।
उनके आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आए केदार जाधव (20) ने कप्तान मनीष के साथ रन गति तेज करनी शुरू ही की थी कि कैमरून बोयसे ने उन्हें चलता कर दिया।भारतीय टीम 27 ओवरों में 144 रन पर चार अहम विकेट गंवाकर संकट में नजर आ रही थी।
लेकिन इसके बाद छठे पायदान पर बल्लेबाजी करने उतरे संजू सैमसन (87) ने मनीष के साथ 19.4 ओवरों में 7.98 की रन गति से 157 रनों की साझेदारी निभाई। लेकिन भारतीय पारी का 47वां ओवर लेकर डेनियल वोराल ने इसी ओवर में मनीष सहित दो विकेट चटका डाले और यहां से मैच ने यू-टर्न ले लिया।
मनीष ने विपरीत परिस्थितियों में खेली अपनी बेहतरीन 91 गेंदों की पारी में 10 चौके और तीन छक्के लगाए। अब भारतीय टीम को आखिरी के 18 गेंदों में 20 रनों की दरकार थी। भारत को आखिरी दो गेंदों में तीन रन चाहिए थे, लेकिन सैमसन आखिरी ओवर की पांचवीं गेंद पर कैच थमा बैठे। आखिरी गेंद पर भारतीय बल्लेबाजों ने दो रन भागने की कोशिश की, लेकिन दूसरा रन लेने के प्रयास में शार्दुल ठाकुर रन आउट हो गए और भारत लक्ष्य से एक रन दूर रह गया।
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया-ए के लिए कुर्टिस पैटरसन (115) और निक मैडिनसन (118) ने दूसरे विकेट के लिए 6.54 की रन गति से 230 रनों की साझेदारी निभाई और बड़े स्कोर की नीवं रखी। भारतीय टीम की तरफ से शार्दुल सर्वाधिक दो विकेट हासिल कर सके।