उन्होंने ट्वीट में अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए बताया कि उस वक्त उनके साथ क्या हुआ था। उन्होंने लिखा,’मैं किसी का भी नाम नहीं ले सकता क्योंकि मेरे पास कोई सबूत नहीं है। मैं इन मुद्दों पर इसलिए बोलता हूं क्योंकि मेरे साथ भी ये सब हुआ है। अकेला छोड़ देना, गलत बोलना, मीडिया में झूठी खबरें फैलाना। मैं 2003-05 तक काफी परेशान रहा।’ रणवीर शौरी ने ये सफाई तब पेश की जब एक यूजर ने उनसे उन लोगों के नाम जानने चाहे जिन्होंने उनके साथ ये सब किया था।
साथ ही रणवीर ने बताया कि उनके साथ ये सब उन्हीं लोगों ने किया, जिनके नाम आज भी सामने आ रहे हैं। मुझे तो देश तक छोड़ना पड़ गया था क्योंकि मेरे खिलाफ इतना खराब माहौल बनाया गया। ये इत्तेफाक नहीं था, जानबूझकर किया गया था।’ बता दें कि इन दिनों बॉलीवुड के कई सेलेब्स नेपोटिज्म को लेकर यूजर्स के निशाने पर हैं। उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है। कंगना रनोत भी नेपोटिज्म और गुटबाजी के मामले पर खुलकर बोल रही हैं। उन्होंने करण जौहर, महेश भट्ट सहित कई लोगों पर निशाना साधा।