#HAPPY ENDING:जानिए अभिनेता संजय दत्त के केस की पूरी कहानी…
Published: Feb 25, 2016 06:36:00 pm
नायक से खलनायक बने संजय दत्त हुए रिहा… पहुंचे सिद्धिविनायक मंदिर…खुश हुआ बॉलीवुड…
वेलकम बैक
देशभर में संजय दत्त के फैंस अपने चहेते अभिनेता की रिहाई से काफी खुश हैं। मुंबई में उनके घर के बाहर वेलकम बैक केे पोस्टर लगाए गए हैं। संजय की बहन प्रिया दत्त ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि काश, आज पापा जिंदा होते, तो कितना खुश होते। ये कहानी तो संजय दत्त के केस की हैपी एंडिंग की है। आइए, एक नजर डालते हैं कि संजय दत्त नायक से खलनायक कैसे बन गए…
एक नायक ऐसे बना खलनायक…
बात 12 मार्च 1993 की है, जब मुंबई में सीरियल बम धमाके हुए, जिसमें 257 लोगों की मौत हो गई थी और 713 लोग घायल हुए थे।
नायक गिरफ्तार…
19 अप्रैल 1993 को मुंबई पुलिस ने संजय दत्त को गिरफ्तार कर लिया। उन पर आरोप था एके-56 राइफल रखने का, क्योंकि उस राइफल के तार मुंबई बम धमाकों के लिए आए जखीरे से जुड़े थे। बता दें कि 18 दिन तक संजय दत्त जेल में रहे, उसके बाद उन्हें जमानत मिली गई और वे 5 मई को रिहा हो गए।
12 साल चली सुनवाई…
साल 1993 मुंबई बम धमाकों के मामले की सुनवाई विशेष टाडा अदालत में 30 जून 1995 को शुरू हुई। करीब 12 साल बाद 18 मई 2007 को इस मामले की सुनवाई खत्म हुई। संजय दत्त टाडा के आरोपों से तो बरी हो गए, लेकिन उन्हें आम्र्स एक्ट के तहत 6 साल की सजा सुनाई गई। हालांकि बाद में सुप्रीम कोर्ट ने उनकी सजा 5 साल कर दी। इससे पहले संजय को इस केस में कई पड़ावों से गुजरना पड़ा था।
संजय दत्त केस: कब, क्या हुआ?
28 अप्रैल 1993: संजय दत्त ने पुलिस की पूछताछ में अपना गुनाह कबूल किया।
4 जुलाई 1994: संजय दत्त को दूसरी बार जेल जाना पड़ा। ट्रायल कोर्ट ने उनकी जमानत कैंसिल कर दी।
20 नवंबर 1994: संजय दत्त ने अपना कबूलनामा वापस लिया।
अक्टूबर 1995: दत्त ने चीफ जस्टिस को जमानत के लिए चि_ी लिखी, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने संजय दत्त को जमानत दी।
18 अक्टूबर 1995: उन्हें जेल से रिहाई मिली। वो 12 महीने 18 दिन जेल में रहे।
31 जुलाई 1997: दत्त को तीसरी बार फिर जेल जाना पड़ा। इस बार वह 22 दिन जेल में रहने के बाद 22 अगस्त को रिहा हुए। लेकिन दो महीने बाद ही उन्हें चौथी बार जेल जाना पड़ा।
22 अक्टूबर 1997: जेल जाने के बाद एक बार फिर वो 29 नवंबर को जेल से रिहा होने में कामयाब रहे। चौथी बार उन्हें एक महीना 8 दिन की जेल काटनी पड़ी। यानी चार बार में कुल 17 महीने 6 दिन की साज संजय दत्त ने काटी।
नवंबर 2006: आम्र्स एक्ट के तहत अभिनेता को दोषी पाया गया, जबकि टाडा के तहत आरोपी।
जुलाई 2007: संजय दत्त को 6 साल कैद की सजा सुनाई गई।
अगस्त 2007: कोर्ट के आदेश के खिलाफ अभिनेता ने सुप्रीम कोर्ट में यचीका दायर की।
नवंबर 2007: सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें रेगुलर बेल दी।
नवंबर 2011: सुप्रीम कोर्ट में संजय दत्त की याचिका और मामले में 100 अन्य आरोपियों के खिलाफ सुनवाई शुरू हुई।
मार्च 2013: सुप्रीम कोर्ट ने दत्त की सजा एक साल कम की और चार हफ्ते के अंदर सरेंडर करने के आदेश दिए।
अक्टूबर 2013: संजय दत्त को पैर में दर्द के कारण जेल से 14 दिनों की छुट्टी मिली।
दिसंबर 2013: दत्त 28 दिनों की पैरोल पर रिहा हुए, जिसे बाद में वाइफ की इलाज के कारण 28 दिन और बढ़ाया गया।
अगस्त 2015: बेटी की नाक की सर्जरी के लिए 30 दिनों के पैरोल पर रिहा हुए।
जनवरी 2016: संजय दत्त के अच्छे व्यवहार के कारण महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें जेल से 8 महीने पहले रिहा करने का फैसला किया गया।
25 फरवरी 2016: संजय दत्त 42 महीने बाद पुणे की यरवदा जेल से आम्र्स एक्ट के तहत सजा पूरी कर रिहा हुए।