सुशांत (sushant singh lawyer) के वकील ने भी रिया (rhea chakraborty call details) की कॉल डिटेल्स के साथ उनके दोस्त सिद्धार्थ पिठानी को लेकर भी कई तरह के सवाल खड़े किए हैं। उनके अनुसार यदि 8 तारीख से लेकर 14 तारीख के बीच रिया और सुशांत के बीच कोई बातचीत नहीं हुई थी तो इसका मतलब यही है कि रिया ने उनको ब्लॉक कर दिया था। इससे पता चलता है कि सुशांत सिंह (Sushant Singh Rajput depression)किस मानसिक स्थिति में थे और यही हमारी FIR में भी है।
रिया, सुशांत को छोड़कर चली गई थीं?
सुशांत (sushant singh lawyer vikas singh)के वकील ने यह मुद्दा भी उठाया है कि रिया चक्रवर्ती का सुशांत की जिंदगी में काफी हस्तक्षेप था। वो पूरी तरह से सुशांत सिंह को कंट्रोल करती थी लेकिन इसके बाद अचानक उनसे दूर हो जाना सुशांत के लिए मानसिक पीड़ा की वजह बन गई। वकील ने इस बात पर जोर डाला है कि ये बात हमेशा से कही गई थी कि सुशांत सिंह राजपूत डिप्रेशन में चल रहे थे, लेकिन वजह अभी तक साफ नहीं है। ऐसे में हो सकता है यूं रिया (Rhea & Sushant’s Breakup)का सुशांत से दूर जाना एक्टर के दुख का कारण बना हो।
सुशांत (sushant singh lawyer vikas singh)के वकील ने सुशांत के सुसाइड के तरीके पर भी सवाल खड़े किए हैं। वकील ने कहा है कि इस केस में सबसे सोचने वाली बात यह है कि जिस पंखे से सुशांत की खुदकुशी की बात कही जा रही है उसकी पहुंच सुशांत (sushant singh suicide)के हाथों तक थी जबकि अमूमन खुदकुशी के केस में पंखा पहुंच के बाहर होता है। और यही बात बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) ने भी कही थी। और इसी के अधार पर उन्होनें सुशांत की सुसाइड वाली बात को मानने से इनकार कर दिया था।
सिद्धार्थ पिठानी पर उठे सवाल
सुशांत केस में सिद्धार्थ पिठानी (Siddharth Pithani in Sushant case) का नाम भी सामने आ रहा है। वकील ने मुंबई पुलिस के रवैये पर सवाल उठाते हुए कहा है कि – सिद्धार्थ इस केस में सबसे अहम गवाह है क्योंकि उसे ही सुशांत के कई राज पता है। लेकिन आज वो पुलिस को ही चकमा देकर फरार हो चुका है।
इसके अलावा सीबीआई क्षेत्राधिकार(CBI Jurisdiction) को लेकर भी काफी विवाद चल रहा है। वकील ने इस बात को स्पष्ट रूप से कहा कि सीबीआई(CBI Jurisdiction) के क्षेत्राधिकार को लेकर अदालत ने भी आदेश साफ कर दिए है क्योंकि FIR बिहार में दर्ज हुई है और बिहार सरकार पहले ही आदेश दे चुकी है। ऐसे में सीबीआई को और किसी राज्य से मंजूरी लेने की जरूरत नहीं है। इसके अलावा वे वे कोर्ट से इस मामले में और स्पष्ट आदेश देने की अपील करेंगे जिससे मुंबई पुलिस के किसी तरह से रूकावट ना डाल सके और सुशांत सिंह राजपूत को न्याय जल्द से जल्द मिल सके।