‘ट्यूबलाइट’ में सोहैल खान भी थे और इसे कबीर खान ने निर्देशित किया था। यह तकरीबन 100 करोड़ रुपए के बजट में बनाई गई थी। चार सप्ताह में फिल्म ने भारत में कुल 114.56 रुपए कमाए। यह फिल्म भारत में 4000 स्क्रीनों पर रिलीज हुई और इससे बॉक्स ऑफिस के बहुत से रिकॉर्ड को तोडऩे की उम्मीद थी, लेकिन यह डूब गई।
यह भी कहा जाता है कि अब वितरक और प्रदर्शक यह उम्मीद कर रहे हैं कि शाहरुख खान भी सलमान के उदाहरण का अनुसरण करेंगे और बॉक्स ऑफिस पर ‘जब हैरी मेट सेजल’ के खराब प्रदर्शन से हुए नुकसान की भरपाई करें। एक इंटरव्यू में जब शाहरुख से इस बारे में पूछा गया कि यदि उनकी फिल्म की वजह से वितरकों को घाटा होता है, तो क्या वो भी घाटे की भरपाई करेंगे। इस पर उन्होंने कहा था, बिल्कुल, यह एक बिजनेस है। यदि इसमें किसी को घाटा होता है, तो उसे उसकी भरपाई होनी चाहिए।
बता दें कि यह एक नया ट्रेंड है। इससे आने वाले समय में छोटी फिल्में बनाने वाले निर्माताओं व छोटे स्टार वाली फिल्मों के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है, क्योंकि हर निर्माता व एक्टर घाटे की भरपाई नहीं कर पाएगा। इस पर शाहरुख ने कहा था कि आने वाले समय में कई फिल्मों को न डिस्टीब्यूटर्स मिलेंगे, ना ही थिएटर्स। खैर, यहां यह देखना दिलचस्प होगा कि देखना होगा कि शाहरुख भी सलमान की तरह वितरकों को पैसा लौटाते हैं या नहीं।