जानकारी के अनुसार संजय दत्त फिलहाल बिल्कुल फिट हैं उनकी बीमारी उतनी गंभीर नहीं है जितना कि बताया जा रहा है। संजय के करीबियों की मानें तो उनके वजन में कोई खास गिरावट नहीं आई है। केवल उनका वजन 5 किलो कम हुआ है। संजय के कैंसर का इलाज भी कीमोथेरेपी के माध्यम से नहीं हो रहा है। बल्कि संजय अपना इलाज इम्यूनो थेरेपी से करवा रहे हैं। इन दोनों थेरेपी में काफी फर्क है। कीमोथेरेपी के दौरान पेशेंट को हेल्दी सेल्स भी प्रभावित होते हैं। इसका नतीजा यह होता है कि रोगी में कैंसर के दोबारा होने के चांसेस रहते हैं। लेकिन संजय का इलाज इम्यूनोथेरेपी से हो रहा है। यह कैंसर के इलाज की एक नई तकनीक है। इस थेरेपी की मदद से शरीर की प्रतिरक्षक कोशिकाओं को कैंसर की मेलिनेंट कोशिकाओं से लड़ने में काफी मदद मिलती है। एक रिपोर्ट के अनुसार इस थेरेपी के दौरान हर इंसान को उसकी जरूरत को ध्यान में रखते हुए इम्यून बूस्टर थेरेपी दी जाती है। इम्यूनोथेरेपी लेने से बीमारी से लड़ने की ताकत इतनी मजबूत हो जाती है कि कैंसर तक का मुकाबला किया जा सकता है। इसकी खासियत यह है कि इससे स्वस्थ कोशिकाओं पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। इम्यून सेल्स खासतौर पर कैंसर की कोशिकाओं पर हमला करते हैं। जानकारों की मानें तो इम्यूनो थेरेपी से इलाज करवाने के दौरान रोगी के शरीर को बीमारी से लड़ने की काफी ताकत मिलती है। वह कैंसर सेल्स तक का मुकाबला कर सकता है।