शाहरुख को गर्व
शाहरुख खान अगले महीने इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न (IFFM) के 10 वें संस्करण में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेने के लिए ऑस्ट्रेलिया जाएंगे। इस दौरान उनकी हिट फिल्म ‘कुछ कुछ होता है’ की स्पेशल स्क्रीनिंग भी रखी जाएगी। उन्होंने कहा, ‘इतनी बड़ी यूनिवर्सिटी के हाथों सम्मानित होना मेरे लिए गर्व की बात है। ऑस्ट्रेलिया की ला टर्ब यूनिवर्सिटी का भारतीय संस्कृति के साथ एक लंबा रिश्ता है। साथ ही ये हमेशा से ही महिलाओं की समानता की वकालत करती आई है। मुझे लगता है मैं इस मानद डॉक्टरेट के योग्य हूं और यूनिवर्सिटी का दिल से शुक्रिया अदा करना चाहता हूं।’
मीर फाउंडेशन के जरिए करते हैं बच्चों और महिलाओं की मदद
शाहरुख ने अपने पिता के नाम पर मीर फाउंडेशन की शुरुआत की थी। उनका यह फाउंडेशन एसिड अटैक विक्टिम महिलाओं, बच्चों को आर्थिक, मेडिकल और कानूनी रूप से मदद करता है। साथ ही गरीब बच्चों की पढ़ाई का खर्च भी उठाता है।
5वीं पार सम्मानित होंगे शाहरुख
बता दें कि शाहरुख को इससे पहले तीन बार डॉक्टेरेट की उपाधि दी जा चुकी हैं। सबसे पहले उन्हें 2009 में ब्रिटिश यूनिवर्सिटी बेडफोर्डशायर ने सम्मानित किया था। इसके बाद उन्हें 2015 एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी की तरफ से ऑनरेरी डॉक्टरेट की उपाधि दी गई। तीसरी बार उन्हें 2016 में हैदराबाद की मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी के जरिए डॉक्टरेट की मानद उपाधि दी गई।
वहीं चौथी बार उन्हें अप्रेल, 2019 में लंदन विश्वविद्यालय से एक डॉक्टरेट द्वारा सम्मानित किया गया है।