शाहरुख की मां ने उनसे कहा था कि अगर तुम हिंदी में अच्छे नंबर लाओगे तो मैं तुम्हे फिल्म दिखाने ले जाऊंगी। हिंदी में फेल होने वाले शाहरुख मां की ये बात सुनकर टॉप (Shah Rukh top in Hindi) करने लगे और वहीं से उनका हिंदी सिनेमा की तरफ प्रेम (Shah Rukh Khan love for hindi cinema) भी बढ़ा। शाहरुख ने बताया था कि मां के साथ उन्होंने पहली फिल्म देव आनंद की जोशीला (Dev anand Joshila) देखी थी। शाहरुख की मां फातिमा को हमेशा से ही अपने बेटे पर पूरा भरोसा था और वो उनकी हर ख्वाहिश पूरी करती थी। उन्होंने बताया था कि कॉलेज जाने के लिए मां से शाहरुख ने कार की डिमांड रखी थी। दूसरे दिन दरवाजे पर कार खड़ी थी।
वहीं एक बार गौरी जब शाहरुख (Shah Rukh Khan and Gauri Khan) की गर्लफ्रेंड थी तब गुस्से में वो उनसे अलग होकर चली गई थीं। शाहरुख की मां को पता चलते ही उन्होंने झट से बेटे को 10 हजार रुपए दिए थे और कहा था कि गौरी को लेकर आओ। मां के बीमार होने के वक्त शाहरुख का बेहद बुरा हाल हो गया था। पिता को खोने के बाद शाहरुख मां को किसी भी हालत में नहीं खोना चाहते थे हालांकि सच तो वो भी जानते थे। उस दौरान सबकुछ भूलकर सिर्फ मां की देखभाल में लगे रहते थे कि किसी तरह वो उन्हें रोक लें। यहां तक मां को रोकने के लिए वो उनसे कई झूठ भी बोला करते थे।