मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 2010 तक, लगभग हर साल शाहरुख हिट के बाद हिट फिल्में देते रहे। 2001 की फिल्म ‘कभी खुशी कभी गम’ ( kabhi khushi kabhi gham ), और 2002 ‘देवदास’ ( devdas ) जैसी हिट फिल्मों ने उनके कॅरियर को एक नई उड़ान दी। इसके बाद साल 2003 में शाहरुख की ‘चलते चलते’ ( chalte chalte ) और ‘कल हो ना हो’ ( kal hi na ho ), 2004 में ‘वीर जारा’ ( veer zara ) और ‘मैं हूं ना’ ( main hoon na ), 2006 में ‘कभी अलविदा ना कहना’ ( kabhi alvida na kehna ) और ‘डॉन’ ( don ) जैसी फिल्मों ने उनके इंडस्ट्री में पैर जमा दिए। 2007 में ‘चक दे इंडिया’ ( chak de india ) और ‘ओम शांति ओम’ ( om shanti om ) और 2008 में ‘रब ने बना दी जोड़ी'( rab ne bana di jodi ) जैसी फिल्मों से वह देशभर में राज करने लगे।
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लेकिन 2010 से उनका कॅरियर नीचे की ओर आने लगा। फिल्म चेन्नई एक्सप्रेस (227.13 करोड़ रुपए) और हैप्पी न्यू ईयर (203 करोड़ रुपए) ने बेहतरीन कमाई जरूर की, लेकिन फिर उनका हिट और फ्लॅाप का खेल शुरू हो गया। इसके बाद आई फिल्म रा.वन और डॉन फ्रेंचाइजी की डॉन 2 कमाई करने में कामयाब रहीं। साथ ही ‘जब तक है जान’ ( jab tak hai jaan ), ‘दिलवाले’ ( dilwale ) और ‘रईस’ ( raees ) ने भी खूब पैसा कमाया लेकिन शाहरुख खान का अंदाज इन फिल्मों में फैंस को कुछ खास पसंद नहीं आया।
2016 में फिल्म फैन से शाहरुख कई गुम से होने लगे। फिर 2017 में आई ‘जब हैरी मेट सेजल'( jab harry met sejal ) और 2018 में ‘जीरो’ ( zero ) ने उनका कॅरियर खराब कर दिया। बस यही दौर था जब उन्होंने एक बड़ा ब्रेक लेने का फैसला लिया। अब एक्टर को आगामी फिल्म ‘पठान’ से बहुत उम्मीदें हैं। देखना होगा यह फिल्म बॅाक्स ऑफिस पर कैसी साबित होती है।