मुंबई। “मासूम”, “मिस्टर इंडिया”, “बैंडिट क्वीन” और “एलिजाबेथ” जैसी फिल्मों को डायरेक्ट कर चुके शेखर कपूर का मानना है कि फिल्म निर्माण अब मनोरंजन के लिए व्यवसाय बन गया है। उन्होंने कहा कि इससे पहले मनोरंजन-जगत जोखिम भरा क्षेत्र था। शेखर कपूर पिछले चार दशकों से मनोरंजन-जगत में सक्रिय हैं। उन्होंने शनिवार को टि्वटर पर इस बात की व्याख्या कि भारतीय सिनेमा लोकप्रिय फिल्म “मिस्टर इंडिया” की रीमेक क्यों नहीं बना सकता? कपूर ने टि्वटर पर लिखा, “मिस्टर इंडिया भारत में दोबारा क्यों नहीं बनाई जा सकती? क्योंकि पहले फिल्म-निर्माण जोखिम भरा काम था। अब यह मनोरंजन के लिए व्यापार बन गया है। दोनों अनुकूल नहीं हैं।” Why Mr India can never be made again? Because once filmmaking was an adventure. Now its business of entertainment. The 2 are not compatible.— Shekhar Kapur (@shekharkapur) October 24, 2015 फिल्म “मिस्टर इंडिया” 1987 में प्रदर्शित हुई। फिल्म में अनिल कपूर, श्रीदेवी और अमरीश पुरी ने अपने अभिनय का सिक्का जमाया, और यह फिल्म-निर्माण के प्रारूप में बड़ा बदलाव लाई। When we first made Mr India I was told I had ruined a producer. The film could never be accepted by Indian ‘masses’. Now 25 years later …— Shekhar Kapur (@shekharkapur) October 24, 2015 बता दें कि कपूर वर्तमान में अपनी अगली निर्देशित फिल्म “पानी” में व्यस्त हैं। इसके अलावा वह “विश्वरूपम 2” में भी नजर आएंगे। यह फिल्म 2013 की “विश्वरूपम” का सीक्वल है। मध्यप्रदेश की ताजा खबरें पढऩे के लिए लॉगइन करें mp.patrika.comउत्तर प्रदेश की ताजा खबरें पढऩे के लिए लॉगइन करें up.patrika.com