गंभीर भूमिकाओं से की शुरुआत:
श्रेयस ने एक इंटरव्यू में बताया,’बॉलीवुड में अपने शुरुआती दौर में मैंने ‘इकबाल’ और ‘डोर’ जैसी फिल्मों में गंभीर भूमिकाओं से अपने कॅरियर की शुरुआत की थी, लेकिन उसके बाद ‘गोलमाल 2′ आई, जिसमें मुझे कॉमेडी करने का मौका मिला।’ उन्होंने आगे कहा,’इसके बाद मुझे कॉमेडी फिल्में मिलने लगी। मुझे भी ऐसी भूमिकाएं निभाने में मजा आ रहा था।
कॉमेडी ने दिलाया सम्मानजनक स्थान:
श्रेयस ने कहा, कॉमेडी फिल्मों ने मुझे उद्योग में एक सम्मानजनक स्थान दिलाया। लेकिन एक अभिनेता होने के नाते, यह बहुत महत्वपूर्ण है कि आप अलग-अलग तरह की भूमिकाएं निभाएं। मैं अपने आप को किसी एक श्रेणी में रखना नहीं चाहता। मुझे पता है कि अब लोगों को यह यकीन दिलाना चुनौतीपूर्ण होगा कि मैं कॉमेडी से अधिक भी कर सकता हूं।’
एक तरह के किरदार से बोर हो जाते हैं:
इंटरव्यू में जब उनसे पूछा गया कि अलग-अलग तरह की फिल्में करना क्यों महत्वपूर्ण है तो उन्होंने कहा,’कोई पूरे दिन ‘दाल-चावल’ नहीं खा सकता, नहीं तो आप बोर हो जाएंगे। इसी प्रकार से हम कलाकार भी हर फिल्म में एक ही तरह के किरदार निभाते हुए बोर हो जाते हैं। इसलिए अपने सहज दायरे से बाहर निकल कुछ चुनौतीपूर्ण करना बेहद महत्वपूर्ण है।’