श्वेता ने कहा, ‘जब मैं 11 साल की थी तब से मुझे मीडिया का अटेंशन मिलता है। मुझे फिल्म मकड़ी के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला है। मैं इसकी आदी हूं। कभी ये अटेंशन ज्यादा हो जाता है और कभी कम। हर किसी के साथ होता है। जो फेमस होता है उसे कॉन्ट्रोवर्सीज का भी सामना करना पड़ता है। मैं इससे गुजरी हूं। अभी एक इंटरव्यू में किसी ने बड़ी मचकानी सी बात कही। उसने कहा कि आप डिप्रेस हो गई थीं। मुझे समझ नहीं आया वो इतने बड़े शब्द कैसे इस्तेमाल कर रहा है उसे कैसे ये बात पता है। मेरे दोस्त आज भी बड़ा मजाक उड़ाते हैं। हमारे लिए ये लाफिंग स्टॉक है।’
एक्ट्रेस ने आगे कहा, ‘जितनी भी कॉन्ट्रोवर्सीज और स्कैंडल होते हैं हम कमेंट्स पढ़कर खूब हंसते हैं। चाहे वो अपने ऊपर हो या किसी और के ऊपर। ये बहुत फनी और सिली होता है। मैं वैसी कुछ गुजरी नहीं हूं। हर चीज को पॉजिटिव तरीके से लेना चाहिए। ना काम पर ना पर्सनल लाइफ पर ना फैमिली फ्रेंड्स पर फर्क नहीं पड़ना चाहिए। ये आपके काम का हिस्सा है।’ श्वेता ने कहा कि मीडिया ज्यादातर पर्सनल स्पेस को भी पार कर जाती है। कुछ लोग इससे कम्फर्टेबल होते हैं और कुछ नहीं। लोगों को अपने काम के लिए पहचान मिलनी चाहिए।