मशहूर डायरेक्टर हरी ने सोशल मीडिया पर ओपन लेटर शेयर किया है। जिसमें लिखा, ‘जो सथनकुलम में हुआ है, वैसा तमिलनाडु में फिर कभी भी ना हो। इसका सिर्फ एक ही उपाय है कि जो लोग भी इसमें शामिल हैं, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिले। कुछ पुलिस ऑफिसरों की वजह से पूरा डिपार्टमेंट बदनाम होता है। मुझे आज दुख हो रहा है कि मैंने ऐसी 5 फिल्में बनाई हैं, जिसमें पुलिस वालों का गुणगान किया है।’
आपको बता दें कि 2003 में पुलिस पर बनी अपनी फिल्म ‘सैमी’ से मशहूर हुए डायरेक्टर हरि ने ऐसी कुछ 5 फिल्में ‘सैमी’, ‘सैमी स्क्वायर’, ‘सिंघम’, ‘सिंघम II’ और ‘सिंघम III’ बनाई हैं, जिनमें पुलिस की खूब प्रशंसा की गई है। अब उहोंने अपनी इन फिल्मों को लेकर काफी अफसोस हो रहा है।
तमिलनाडु के थूथुकुडी में बाप-बेटे पी. जयराज और फेनिक्स को 19 जून को तूतीकोरिन में उनके मोबाइल फोन की दुकान से गिरफ्तार किया गया था। इन दोनों पर आरोप था कि दुकान को लॉकडाउन के दौरान अनुमति के घंटों से अतिरिक्त समय तक खुल रखा था। इसके चार दिन बाद अस्पताल में दोनों की मौत हो गई थी। घरवालों ने आरोप लगाया कि पुलिसवालों ने उन्हें बुरी तरह से पीटा जिसके चलते पिता-पुत्र की मौत हो गई।