मोनाली ने बताया कि फिल्म इंडस्ट्री में टैलेंट (Monali Thakur on film industry) को महत्व नहीं दिया जाता। उन्होंने कहा कि अंदर की हालत बहुत खराब है। कोई काम करता है तो उसे पूरा पैसा नहीं दिया जाता है। यहां तक अपनी ही इनकम में से 50 से 80 पर्सेंट तक देना पड़ता है तभी इंडस्ट्री (Monali on music industry) में काम मिलता है। यहां सब लूटने के लिए बैठे हैं। मुझे तो रेडियो में भी काम करना पसंद है लेकिन वहां का भी यही हाल है। हमारी कमाई का जो भी माध्यम है वो कॉनसर्ट होते हैं, बॉलीवुड सॉन्ग (Bollywood songs) में तो ना के बराबर पैसा है। गाने भी गाओ वो भी बिना बिना पैसों के, इसीलिए मैं अब वहां गाना गाने की कोशिश भी नहीं करती। ऐसा सिर्फ सिंगर्स के साथ ही नहीं बल्कि म्यूजिक कंपोजर्स और लिरिस्ट के साथ (Nepotism in music industry) भी होता है। यहां टैलेंट की कोई पूछ नहीं है बल्कि जो ऐवरेज होगा उसे मौका दिया जाएगा। मैं तो इसे नेपोटिज्म नहीं गुंडागर्दी (Gundagardi) कहूंगी। मैंने इन लोगों से खुद को दूर कर लिया है ताकि मेंटल हेल्थ ठीक रहे।
वहीं सुशांत की सुसाइड के बारे में बात करते हुए मोनाली (Monali on Sushant suicide) ने कहा कि उनके बारे में ऐसे कुछ भी कहना सही नहीं होगा। कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। जो भी हुआ वो बहुत दुखद है।
मोनाली ने म्यूजिक इंडस्ट्री में फैले नेपोटिज्म को खत्म करने पर कहा कि इसके लिए एक रिवोल्यूशन (Monali on creating revolution for music industry) बनाया जाना चाहिए और सभी को मिलकर साथ आना पड़ेगा। ये इतने बड़े लैवल पर फैला है कि कोई एक इंसान चाहे तो नहीं हटा सकता।