इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा,
हाल ही में सोनाली ने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर शेयर कर उसके साथ पोस्ट लिखा, ‘मुझे पता है कि अगर मैंने डर को खुद पर हावी होने दिया तो मेरी यात्रा निराशाजनक हो जाएगी। डर काफी हद तक एक ऐसी कहानी से पैदा होता है जिसे हम खुद बताते हैं और मैंने एक अलग तरह की कहानी बताने का फैसला किया। मैंने फैसला किया कि मैं सुरक्षित थी। मैं मजबूत थी। मैं बहादुर थी। मुझे कुछ भी खत्म नहीं कर सका – चेरिल स्ट्रेयड वाइड’
इसके बाद सोनाली ने अपने अच्छे और बुरे दिनों के बारे में बताते हुए लिखा, ‘ऐसे दिन रहे हैं जब मैं शरीर में बेहद थकान महसूस करती थी और एक उंगली उठाने में भी बहुत दर्द होता था। मुझे लगता है कई बार यह एक चक्र की तरह होता है जो शारीरिक दर्द से शुरु होता है और मानसिक और भावनात्मक स्तर की ओर ले जाता है। ऐसे कई बुरे दिन रहे हैं जैसे कीमोथेरेपी या सर्जरी के बाद, यहां तक कि हंसने में भी दर्द होता था।’
कैंसर से लड़ाई खुद से लड़ाई की तरह है
सोनाली ने आगे यह भी लिखा, ‘कैंसर से लड़ाई हर मिनट खुद से लड़ाई की तरह है। हमें सिर्फ अच्छे नहीं लेकिन इसके साथ बुरे समय का सामना करने के लिए भी बनाया गया है इसलिए मैंने खुद को रोने दिया, अपने आपको दर्द महसूस करने और खुद पर दया करने की इजाजत दी।’