उन्होंने कहा, अगर एक बार मैं राजनीति में प्रवेश कर लिया, तो मैं अपना 100 प्रतिशत दूंगा, मैं यकीन दिलाता हूं कि मेरी वजह से किसी को परेशानी नहीं होगी। मैं सबकी परेशानी ठीक कर दूंगा। मैं समय भी दूंगा, इसलिए अभी मैं इसके लिए तैयार नहीं हूं। मैंने किसी भी पार्टी से पूछकर या सलाह लेकर लोगों की मदद नहीं की, मैंने ये सब अपने इच्छा से की।
उन्होंने आगे कहा, मुझे याद है कि जब हमने उन सभी प्रवासियों को देखा था, जब वे देशभर में लाखों की संख्या में पैदल अपने घरों के लिए पलायन कर रहे थे। मुझे लगता है कि हर कोई उन दृश्यों को देखकर परेशान था, उस समय हमने लगभग 45,000 लोगों को प्रतिदिन भोजन की व्यवस्था करवाई थी।
50 नाविकों के परिवारों की मदद करेंगे सोनू सूद
अभिनेता सोनू सूद लॉकडाउन और उसके बाद से लगाातर लोगों की मदद कर रहे हैं। मंगलवार को उन्होंने मदद की गुहार लगाने वाले दिव्यांशू के ट्वीट का रिप्लाई देते हुए लिखा,’वाराणसी घाटों के 350 परिवारों का कोई भी सदस्य आज के बाद भूखा नहीं सोएगा। मदद पहुंच जाएगी।’ दरअसल, होप फाउंडेशन के दिव्यांशु की टीम पिछले कुछ दिनों से बनारस के दशाश्वमेध घाट, अस्सी घाट, राज घाट सहित अन्य जगहों पर नाविकों को राशन बांटने का कार्य कर रही है। वहीं दूसरे ट्वीट में सोनू सूद ने जेईई और नीट की परीक्षा दे रहे परीक्षार्थियों को हौसला बढ़ाया। बोले—जज्बा, हौसला है तो हर जीत है।