हाल में फिल्म समीक्षक कोमल नाहटा ने श्रीदेवी के पति बोनी कपूर से बातचीत की और बताया कि आखिर उस रात हुआ क्या था।
श्रीदेवी अपने भांजे मोहित मारवाह की शादी में शामिल होने गई थीं। शादी के बाद बोनी कपूर और बेटी खुशी वापस भारत आ गए। श्रीदेवी दुबई में ही रुक गईं क्योंकि उनके पास शॉपिंग की एक लंबी लिस्ट थी, जो उन्हें बेटी जाह्नवी ने दी थी। ये लिस्ट उनके मोबाइल फोन में सेव थी। श्रीदेवी 21 फरवरी को शॉपिंग करना चाहती थीं, लेकिन उनका मोबाइल किसी दूसरी जगह छूट गया।
इसके बाद श्रीदेवी ने पूरे दिन होटल में आराम किया। 22 फरवरी को उन्होंने दोस्तों के साथ वक्त बिताया, होटल में आराम किया, और बातचीत की। 23 फरवरी को भी उन्होंने आराम किया। इधर, बोनी ने तय किया कि वे श्रीदेवी को दुबई पहुंचकर सरप्राइज देंगे। बोनी ने बताया, “जब उन्होंने मुझसे कहा, पापा (श्रीदेवी बोनी को इसी नाम से पुकारती थीं) मैं तुम्हें मिस कर रही हूं। मैंने भी कहा कि मैं भी तुम्हें काफी मिस कर रहा हूं। मैं श्री से दुबई में शाम को मिलने वाला था। जाहृवी ने भी मेरे इस फैसले का समर्थन किया, क्योंकि वह श्री को लेकर डरी हुई थी। श्री यदि अकेली रहेगी तो पासपोर्ट या अन्य डॉक्यूमेंट इधर-उधर कर देगी। मैंने दुबई के लिए साढ़े तीन बजे की फ्लाइट बुक की। श्री ने मुझे उस समय कॉल किया, जब मैं इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लाउंज में बैठा था, मैंने उससे कहा कि मैं मीटिंग में हूं। मेरा फोन ऑफ हो सकता है, वह परेशान न हो। मैं उसे मीटिंग के बाद फोन करूंगा। मेरा प्लान उसे सरप्राइज देने का था।”
बोनी कपूर 6.20 पर दुबई के उस होटल में पहुंचे। बोनी ने चेक इन किया और श्री के रूम की डुप्लीकेट चाबी ली। बोनी श्री को सरप्राइज देने के लिए काफी उत्साहित थे।बोनी ने बताया, “हम दोनों खुशी-खुशी उत्साह से मिले। उसने कहा कि उसे आभास हो गया था कि मैं उसे दुबई से लेने आऊंगा।” बोनी ने अपनी आंखों में आंसू भरते हुए कोमल नाहटा से ये कहा। बोनी और श्री करीब आधा घंटे तक बातचीत करते रहे। इसके बाद बोनी फ्रेश होने चले गए तथा उन्होंने श्री से कहा कि वह उन्हें रोमांटिक डिनर पर ले जाना चाहते हैं। साथ ही शॉपिंग पोस्टपोन करने को भी कहा। इसके बाद श्रीदेवी नहाने चली गईं।
बोनी ने बताया, “मैं लिविंग रूम में आ गया और श्री मास्टर बाथरूम में नहाने और तैयार होने चली गईं। मैंने करीब 15 मिनट तक टीवी देखता रहा। मैं बेचैन हो रहा था। मुझे ख्याल आया कि आज सैटरडे है रेस्टोरेंट में काफी भीड़ होगी। उस समय दुबई के समयानुसार आठ बज रहे थे। मैंने श्री को दो बार आवाज लगाई। उसकी ओर से कोई जवाब नहीं मिला। मैं बाथरूम के पास गया और दरवाजा खटखटाया। मैं परेशान हो गया। अंदर से कोई हलचल सुनाई नहीं दे रही थी। नल चलने की आवाज जरूर आ रही थी। मैंने और जोर से आवाज लगाई। इसके बाद मैंने देखा दरवाजा अंदर से बंद नहीं है। मैंने खोला और पाया श्री पूरी तरह पानी में डूबी हुई है। सिर से पैर की अंगुलियों तक पानी में तर थीं। मुझे अभी भी नहीं पता था कि हुआ क्या है, क्योंकि टब के बाहर पानी की एक बूंद भी नहीं थी। इसलिए इसका भी कोई चांस नहीं था कि उन्होंने अपना हाथ या पैर चलाया हो।”