फिल्म “वैलकम बैक” के प्रमोशन के लिए राजस्थान पत्रिका मुख्यालय आए एक्टर अनिल कपूर और जॉन अब्राहम
जयपुर। फिल्म “वैलकम बैक” के प्रमोशन के लिए जॉन अब्राहम और अनिल कपूर सोमवार को जयपुर आए, इस दौरान दोनों अभिनेताओं ने राजस्थान पत्रिका मुख्यालय केसरगढ़ की विजिट की। फिल्म से जुड़े अनुभवों के साथ फिटनेस सीक्रेट शेयर करते हुए अनिल ने कहा कि 33 साल से मैंने अपने वजन को बढ़ने नहीं दिया है। पहली फिल्म में मेरा वजन 72 किलो था, आज भी इतना ही है। इसके लिए मैंने अपनी निजी जीवन के लिए नियम-कायदे बनाए हैं। दोनों अभिनेताओं ने राजस्थान पत्रिका इनिशिएटिव “नींव” का पोस्टर भी विमोचन किया।
पहली बार 33 साल पहले आया था जयपुर
अनिल कपूर ने कहा कि मैं 33 साल पहले अपनी पहली फिल्म “वो सात दिन” के प्रमोशन के लिए मैं पिंकसिटी आया था, तब इस शहर की खूबसूरती से रूबरू हुआ था। इतने सालों में यह शहर बिलकुल नहीं बदला है। इसकी खूबसूरती इसके अब तक जवां रहने की गवाही देती है। इसलिए यह शहर मुझसे भी जवां लगता है, यहां से मेरा खास लगाव है।
अनिल ने बताए फिटनेस के राज
अनिल ने बताया कि “मैं तनाव रहित, खुशहाल और स्वस्थ जिंदगी जीता हूं। इंसान को सकारात्मक सोच के साथ जिंदगी जीना चाहिए। इंसान जितना नकारात्मकता से दूर रहेगा, उतना ही उसका फायदा है। मैं दिन में पानी बहुत पीता हूं। शराब का सेवन नहीं करता। जब लोग पार्टियां करते हुए जागते हैं, तब मैं घर पर चैन की नींद सोता हूं। इसीलिए मैं आज भी युवा नजर आता हूं। शरीर को मैंटेन करना जारी है। मैंने कभी भी सिक्स पैक बनाने की बात नहीं सोची। इसके अलावा बचपन से मुझे साइकिल चलाने का शौक है। हर दिन एक से दो घंटे जिम में जरूर बिताता हूं। दस मिनट कार्डियो और कम से कम आधा घंटा योगा भी करता हूं। मैं ईश्वर पर भरोसा कर बैठने की बजाय अपनी शारीरिक क्षमता बढ़ाने के लिए निरंतर काम करता हूं।
कॉमेडी फिल्मों का फार्मूला है सबसे कारगर
जॉन अब्राहम ने बताया कि “अक्सर कहा जाता है की यदि कॉमेडी फिल्म को अच्छे-से बनाया जाए, तो कामयाबी के लिए यह फार्मूला सबसे कारगर है, क्योंकि दर्शकों को सिर्फ मनोरंजन चाहिए। अंधेरे हॉल में दर्शक हंसने लगे, तो इसका मतलब है कि फिल्म हिट हो गई। यह फिल्म सिर्फ एंटरटेनमेंट को ध्यान में रखकर बनाई गई है। इस फिल्म को अवॉर्ड मिले न मिले, दर्शकों से तालियां तो जरूर मिलने वाली है। वैसे कॉमेडी करना, लोगों को हंसाना, सबसे मुश्कि ल होता है। एक्शन मेरा पैशन, यही मैं आसानी से कर सकता हूं। इस फिल्म में इंडस्ट्री के डायनैमिक एक्टर्स के साथ काम करने का मौका मिला, हर एक्टर अपने फील्ड का मास्टर है। इनकी एक्टिंग को देखते-देखते मेरी भी एक्टिंग में सुधार आया है।