आनंद कुमार ने 1992 छात्रों को गणित पढ़ाना शुरू किया। इसकी शुरुआत 500 रुपए महीने के एक किराए के कमरे से हुई थी। शुरुआती दौर में आनंद ने सुपर ३० नाम रामानुजन स्कूल ऑफ मैथमेटिक्स रखा था।आनंद ने २ छात्रो से पढ़ाने की अपनी ललक की शुरआत की और ३६ छात्रों तक वो पहुंच गएं। कुछ साल पहले ही आनंद के कोचिंग में छात्रों की संख्या 500 को भी पार कर गई।जिसके बाद आनंद ने कुछ बदलाव लाया और सुपर ३० ग्रुप की शुरआत की। इसमें उन्होंने उन छात्रों को रखा जो पढ़ने में होनहार थे लेकिन गरीब परिवारों से आते थे। आनंद ने उन पर जम कर मेहनत की और पढ़ाया। रिजल्ट भी सामने था पहले ही बार में उनके चुने १८ बच्चों का चयन हो गया उसके बाद से अब तक इसके कुल 15 बैच निकल चुके हैं जिसका सफलता का स्तर 88% है।
आज के दौर में जहां एक तरफ कोचिंग को बिजनेस कहा जाने लगा है। वहीं आनंद इसके उलट एक चमत्मकारी और यकीनन समाजिक काम कर रहे हैं। जिसे अब जल्द ही पूरा विश्व भी परिचित होने वाल है। बता दें कि जल्द ही आनंद की कहानी पर बॉलीवुड में फिल्म रिलीज होने वाली है जिसका नाम है सुपर ३०। इस फिल्म में ऋतिक रोशन आनंद का किरदार निभा रहे हैं।