‘शिव शंभू’ पर गहरा विश्वास
वर्धन लिखते हैं कि सुशांत को ‘शिव शंभू’ पर अटूट विश्वास था और वे मुझे भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करते थे। वह ना केवल एक्टिंग से प्यार करते थे बल्कि अपने परिवार को पागलों की तरह चाहते थे। उनके सपनों में एस्ट्रोलॉजी, एस्ट्रोनॉमी, टेलिस्कोप, प्रकृति, ग्रामीण, मटन बिरयानी, भारतीय मिठाईयां और अनगिनत चीजें थीं जिनसे शायद में परिचित नहीं था। हालांकि इन सबसे उपर उनके लिए उनकी मां थीं। कभी कभार मैं सुशांत को देखकर आश्चर्य करता था कि क्या वाकई वह सीमित समय में इतने सारे सपनों को पूरा कर पाएंगे? और मैं चकित हो जाता था जब मैं खुद से कहता था क्यों नहीं कर पाएंगे। इस तरह के जोश, उत्साह और समर्पण के साथ मुझे नहीं लगता उन्हें कोई रोक पाएगा। सुशांत भाई ने जो सलाह मुझे दी थीं वे मुझे अच्छे से याद हैं।
‘मुझे आत्महत्या करने से रोका था’
कोरियाग्राफर गणेश हीवारकर, अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के करीबी मित्र रहे हैं। उनका मानना है कि सुशांत सुसाइड नहीं कर सकते। गणेश ने बताया कि सुशांत ने खुद उन्हें एकबार ऐसा करने से रोका था। गणेश ने बताया, ‘एक लड़की ने मुझे धोखा दिया था और मैं डिप्रेशन में चला गया था। मुझे मरने के ख्याल आने लगे थे। मैं उस वक्त इतना परेशान था कि अपनी जिंदगी को खत्म कर देना चाहता था। सुशांत मेरे काफी करीब थे, इसलिए मैंने उन्हें इस बारे में बताकर अपना दर्द उनसे बांटा। सुशांत ने उस वक्त मेरा साथ दिया और मुझे सुसाइड करने से रोका। मेरे साथ खड़े रहकर उस वक्त उन्होंने मेरा पूरा साथ निभाया। मुझे नहीं पता कि उस दौरान अगर वह मेरे पास नहीं होते तो क्या होता। वह मेरे इतने अच्छे दोस्त थे।