श्वेता ने इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘एक असाधारण ग्रह संगम 13 सितंबर को सुबह 10:45 से दोपहर 12:00 बजे के बीच होने की संभावना है। प्रमुख ग्रहों में से अधिकांश अपने ही घरों में होंगे। यह बहुत शुभ अवधि या मुहूर्त है। किसी भी चीज के लिए।’ उन्होंने लिखा, ‘ऐसा माना जाता है कि ऐसा नक्षत्र श्री राम जी के जन्म के समय हुआ था। कोई भी व्यक्ति अपनी इच्छाओं की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करने के लिए इस काल का उपयोग कर सकता है। सभी नवकार मंत्र, आदित्य हृदयम, हनुमान चालीसा,नारायण कवचम, राम रक्षा स्त्रोत या किसी भी अन्य पसंदीदा भजन को अपने इष्ट देवता को आत्मसमर्पण के दृष्टिकोण से आमंत्रित कर सकते हैं ।यह खगोलीय घटना 250 साल बाद फिर से होगी। इसलिए इस अतिरिक्त सामान्य ज्योतिषी संगम का उपयोग करें। ओम नमो भगवते वासुदेवाय, तो हम इस अवधि का उपयोग सुशांत के न्याय के लिए प्रार्थना कर सकते हैं।