इंडिया टुडे से बातचीत में स्वरा ने कहा कि ये स्वीकार करना इतना मुश्किल क्यों है कि सुशांत डिप्रेस्ड होंगे? मैं एक आर्टिकल पढ़ रही थी उसमें लिखा था कि वो डिप्रेस्ड नहीं दिखते थे, इसका क्या मतलब है? कोई कैसे डिप्रेस्ड दिखता है? क्योंकि वो फेमस हैं इसका मतलब ये नहीं है कि वो डिप्रेस्ड नहीं हो सकते थे। स्वरा ने आगे कहा कि एक समाज के तौर पर हमें मेंटल हेल्थ को ज्यादा तवज्जो देनी चाहिए।
उसके बाद स्वरा भास्कर ने नसीरुद्दीन शाह (Naseeruddin Shah) की बात पर सहमती जताई। उन्होंने कहा मैं नसीरुद्दीन सर की बात से पूरी तरह सहमत हूं। बल्कि मैं तो ये काफी दिनों से कह रही हूं। आप मेरे सोशल मीडिया पर भी देख सकते हैं। ये देखना काफी सिकनेस है कि कैसे लोग सोशल मीडिया पर और मीडिया हाउस इसे लेकर एक अलग ही कहानी बनाना शुरु कर दिया है। और जनता के सामने झूठ बोल रहे हैं।
आपको बता दें नसीरुद्दीन शाह ने नेपोटिज्म को लेकर हो रही बहस को बकवास बताया था और कहा कि इंडस्ट्री में मूवी माफिया जैसा कुछ नहीं है। नसीरुद्दीन शाह ने कहा था कि ‘हाफ एजुकेटेड सितारों के बयानों में किसी को कोई दिलचस्पी नहीं है। अगर हमें लगता है कि न्याय होना चाहिए तो हमें कानून पर भरोसा रखना चाहिए और अगर हमारा इस मुद्दे से कोई लेना-देना नहीं है तो मुझे लगता है कि हमें अपने काम से काम रखना चाहिए।’