खेर जो भी प्रोफेश्नल वजह रही हो पर इसकी वजह से अपने पर्सनल टर्मस बिगाड़ लेना कहां की समझदारी थी। सुनने में आया था की अब कभी काजोल और करण में दोस्ती नहीं हो सकती। एक इंटरव्यू के दौरान करण ने भी इस बात का जिक्र किया की अब कभी भी काजोल और करण के बीच पहले जैसी कुछ नहीं हो सकता।
ऐसे में ये सोच पाना आज भी मुश्किल है की आखिर काजोल और करण फिरसे दोस्त बने तो बने कैसे…
तो चलिए आपको बताते हैं की इन दोनों ने कैसे एक दूसरे के बीच सब ठीक किया। दरअसल हुआ ये की काजोल ने अपना जन्मदिन मनाने के लिए मां तनुजा और बहन तनीषा के साथ कई दोस्तों को एक पार्टी के लिए बुलाया था। इन दोस्तों की लिस्ट में एक नाम करण जौहर का भी था। ऐसा बहुत कम लोग जानते थे कि करण जौहर को उस पार्टी में खुद तनुजा जी ने बुलाया था और काजोल को भी मैचअप करने के लिए उन्होंने ही मनाया था। जैसे ही काजोल और करण एक दूसरे से मिले तो सब भावुक हो गए। क्योंकि करण और काजोल एक दूसरे के बहुत अच्छे दोस्त रहे हैं और इन लोगों ने साथ में जो भी फिल्में की हैं वो सभी सुपरहिट रही हैं तो ऐसे में तनुजा जी नहीं चाहती थीं कि यह लोग हमेशा दुश्मन बने रहें। अब इन दोनों की दोबारा दोस्ती कराने के लिए काजोल के जन्मदिन से बेहतर कौन सा समय होता ?
है ना दिलचस्प कहानी…