सोशल मीडिया पर भी लोगों ने टिक टॉक को बैन (TikTok Ban) करने की मांग की है। वहीं कई लोगों ने इस ऐप को डिलीट कर दिया है। इस बीच इसे चलाने वाली कंपनी बाइटडांस पर आरोप लगा है कि अब वह एंटी चाइना वीडियोज़ को डिलीट (TikTok Delete Videos) कर रहा है। दरअसल, शॉर्ट वीडियो शेयरिंग एप्लीकेशन टिक टॉक भारत में अपनी बिगड़ी हुई छवि को सुधारने की भरपूर कोशिश कर रहा है। पहले तो वह Google Play Store पर टिक टॉक को मिले नेगेटिव रिव्यूज (TikTok Negative Reviews) को डिलीट कर रहा था। लेकिन अब खबरें आ रही हैं कि टिक टॉक के खिलाफ व इसके जन्मस्थान यानि कि चीन के खिलाफ कोई उपभोक्ता वीडियो बना रहा है तो ऐप उसकी वीडियो को अपने प्लेटफॉर्म से डिलीट कर देता है।
इस घटना का खुलासा किया है सोशल मीडिया की नई स्टार कॉमेडियन सलोनी गौड़ (Comedian Saloni Gaur) । सलोनी ने ट्वीट कर जानकारी दी कि टिक टॉक ने उनका एक वीडियो डिलीट कर दिया है, जिसमें उन्होंने चीन के बारे में कहा था कि जैसा देश, वैसा ऐप। सलोनी ने ट्विटर पर लिखा, ‘टिक टॉक ने मेरा पिछला वीडियो अपने प्लेटफार्म से हटा दिया है, जिसमें मैंने चीन पर एक जोक मारा था ‘जैसा देश, वैसी ऐप’। कुछ बोलने की फ्रीडम ही नहीं है।’
आपको बता दें कि YouTube vs TikTok के बाद टिक टॉक (TikTok Spreading Fake News) पर फेक न्यूज फैलाने के आरोप लगे। उसके बाद कुछ उपभोक्ताओं ने इस प्लेटफॉर्म पर आपत्तिजनक वीडियोज़ पोस्ट कर रखी थीं, जिसकी वजह से भी भारत में टिक टॉक का विरोध होने लगा। हालांकि उसके बाद बाइटडांस कंपनी ने इस ऐप को गिरती रेटिंग को बचाने के लिए गूगल प्ले स्टोर पर उपभोक्ताओं की तरफ से दिए गए नेगेटिव रिव्यूज को डिलीट करना शुरू कर दिया। जिसका फायदा भी इस ऐप को होता दिख रहा है। पहले टिक टॉक रेटिंग (TikTok Rating) 1.2 तक पहुंच गई थी। लेकिन अभी Google Play Store पर इसकी रेटिंग 4.4 हो गई है।