होली का त्योहार टेलीविजन स्टार्स भी बड़े धूमधाम से मनाते हैं। यही वो त्योहार है जब वे एकजुट होकर एक-दूसरे को खुशियों के रंग लगाते हैं। इस बार भी होली को कलाकारों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। जहां वे टीवी शो में होली के त्योहार को गुलाल लगाकर हर्षोंल्लास से मनाते हैं ठीक वैसे रियल लाइफ में इस त्योहार को खूब एन्जॉय करते हैं। आइए जानते हैं कुछ टीवी स्टार्स की जुबानी। होली के त्योहार पर टीवी स्टार्स ने अपने फैंस को बधाई देते हुए बताया कि इस बार कैसे सेलिब्रेट करेंगे।
तोरल रासपुत्र ( जग जननी मां वैष्णो देवी) ( Toral Rasputra )
जग जननी मां वैष्णो देवी-कहानी माता रानी की शो में रानी समृद्धि का किरदार निभा रहीं एक्ट्रेस तोरल रासपुत्र होली पर अपनी राय रखते हुए कहती हैं कि वैसे तो मैं जब से बड़ी और समझदार हुई हूं तब से मैं होली नहीं मनाती, लेकिन बचपन में मैं यह त्यौहार बहुत मजे से मनाती थी। रही बात होली के दिन इस्तेमाल किए जाने वाले पानी की तो हम बच्चों पर पानी बचाने को लेकर ज्यादा अंकुश नहीं लगा सकते क्योंकि उनके लिए होली का असली फन वही होता है। बात करें बड़ों की तो हमें सूखी होली मनानी चाहिए। मुझे लगता है होली त्यौहार बदला लेने वाला फेस्टिवल नहीं है। इस त्यौहार के दौरान लोग अपने गिले शिकवे दूर करते है क्युकी यह रंगों का त्यौहार है।
मनीषा रावत (जग जननी मां वैष्णो देवी) ( Manisha Rawat )
'जग जननी मां वैष्णो देवी-कहानी माता रानी की' शो में मां सरस्वती का किरादर निभा रहीं एक्ट्रेस मनीषा रावत ने होली के बारे में बताते हुए कहा कि होली एक ऐसा त्योहार है जहां हर तरफ रंग बिखरे होते हैं जिसके तुरंत बाद पतझड़ के मौसम की शुरुआत होती है। मैं अपने दिल्ली वाले घर की छत पर अपने मम्मी-पापा, मामा-मामी, नानी- नानी, मासा- मासी और उनके बच्चे सभी मिलकर हम होली के गाने, बॉलीवुड के गाने, गढ़वाली और पंजाबी हर तरह के गाने लगाकार खूब डांस करते थे और अलग-अलग तरह का लजीज खाना खाते थे। मेरा मानना लोगों पर पक्के रंग डालने उनपर पानी के गुब्बारे फेंकने की बजाय हमें उन लोगों की होली को स्पेशल बनाना चाहिए जो रंग खरीदना भी अफोर्ड नहीं कर सकते हैं।
झलक देसाई (राधाकृष्ण) ( Zalak Desai )
'राधाकृष्ण' शो में रुक्मणि का किरदार निभा रहीं एक्ट्रेस झलक देसाई ने होली से जुड़े अपने एक्सपीरियंस को लेकर बताया कि मैं बचपन में होली में रेन डांस बहुत पसंद किया करती थी पर अब हम केवल ड्राई होली खेलते हैं। क्योंकि ऐसे कई राज्य हैं जो पानी की किल्लत झेल रहे हैं ऐसे में गीली होली खेलकर केमिकल वाले कलर लगाकर पानी बर्बाद करने का कोई तुक नहीं बनता है। होली का मनाने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपनों के साथ मनाएं ताकि आप पूरी तरह कम्फर्टेबल रहें। 'राधाकृष्ण' शो के सेट पर भी इस बार हम होली खेलने की प्लैनिंग कर रहे हैं।
आकांक्षाा पुरी ( Akanksha Puri )
विघ्नहर्ता गणेश की आकांक्षा पुरी ने कहा 'मैंने कविता घाई (कार्तिक पूर्णिमा) बहुत सालो से होली नहीं खेलीं क्योंकि, मैं पर्यावरण के लिए भी चिंतित हूं, क्योंकि पानी की बर्बादी नहीं करनी चाहिए। होली पर्यावरण के अनुकूल होनी चाहिए और आपकी खुशी के लिए आप अन्य प्राणियों या हमारे पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचा सकते। मैं बल्कि पूरन पोली और करंजी की मिठाई खाकर त्यौहार मनाऊंगा। मैं हमेशा होली पर घर पर रहती हूँ क्योंकि सड़कों पर सभी प्लास्टिक को देखा जाता था, पानी बर्बाद होता है और जलाए जा रहे पेड़ों से लकड़ी मुझे दुखी करती है। मेरा मानना है कि हमें त्योहारों को मनाना चाहिए, लेकिन पर्यावरण का ख्याल रखना भी हमारी जिम्मेदारी है।
इशिता गांगुली (जग जननी मां वैष्णो देवी) ( Ishita Ganguly )
'जग जननी मां वैष्णो देवी-कहानी माता रानी की' शो में माँ काली का किरादर निभा रही एक्ट्रेस इशिता गांगुली ने होली के बारे में बताते हुए कहा कि मुझे आज भी याद है कि हमारे कोलकाता में बसंत उत्सव मनाया जाता है जहाँ मैंने और मेरे पूरे परिवार और दोस्तों ने मेरे साथ कल्चरल डांस परफॉर्म किया था। मुझे बचपन से कलर से एलर्जी है इसलिए मैं एक टिका लगाकर सभीको होली की बधाइयां देती हूं और होली खेलने में पानी का प्रयोग बिलकुल नहीं करती। मैं कोलकाता से खासकर ऑर्गेनिक कलर मंगवाती हूँ जो गुलाब और हल्दी के बने होते हैं। वहीं मैं लोगों से भी यह अपील करुँगी कि इस दिन को ड्राई डे के रूप में देखें और अपने परिवार के साथ मनाएं।