scriptजान जोखिम में डालकर सुनील शेट्टी ने बचाई थी 128 लड़कियों की जान, कमाठीपुरा की उस घटना को पढ़कर आप भी करेंगे गर्व महसूस | Untold Story Of How Sunil Shetty Helped 128 women from human trafficking and flew them to Nepal in 1996 | Patrika News

जान जोखिम में डालकर सुनील शेट्टी ने बचाई थी 128 लड़कियों की जान, कमाठीपुरा की उस घटना को पढ़कर आप भी करेंगे गर्व महसूस

Published: Dec 23, 2022 06:03:31 pm

Submitted by:

Archana Keshri

बॉलिवुड के ऐक्टर्स केवल फिल्मों में ही नहीं बल्कि रीयल लाइफ में भी हीरो वाला काम करते हैं। आजकल सुनील शेट्टी के बारे में भी एक खबर चर्चा का विषय बनी हुई है। जिसे जानने के बाद शायद आपको भी लगने लगे कि सुनील शेट्टी रियल हीरो हैं। वैसे तो, उन्होंने अपने इस नेक काम को कभी सामने नहीं आने दिया। मगर 24 साल बाद उनके द्वारा किया गया नेक काम लाइम लाइट में आ गया।

Untold Story Of How Sunil Shetty Helped 128 women from human trafficking and flew them to Nepal in 1996

Untold Story Of How Sunil Shetty Helped 128 women from human trafficking and flew them to Nepal in 1996

फिल्मी पर्दे पर हीरो बनना बड़ा आसान काम है, मगर असल जिंदगी में जो बड़े या नेक काम करता है असली हीरो तो वहीं होता है। बॉलिवुड एक्टर सुनील शेट्टी सिर्फ फिल्मों में ही नहीं बल्कि रियल लाइफ में भी हीरो है। आज हम आपको एक ऐसी घटना के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे में जानकर आपके मन में सुनील शेट्टी के लिए इज्जत शायद और भी बढ़ जाएगी। वह काफी फेमस एक्टर रहे हैं और वह बहुत-सी फिल्मों में नजर आ चुके हैं। उन्होंने कई फिल्मों में हीरो का किरदार निभाया है और उनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट भी साबित हुई हैं। एक्टर सुनील शेट्टी अभिनय के अलावा सामाजिक कार्य में भी काफी सक्रिय रहते हैं। ऐसे ही एक समाजिक कार्य के दौरान उन्हें अपनी जान भी जोखिम में डालनी पड़ी थी, जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं।
128 लड़कियों को मानव तस्करी से बचाया
सुनील शेट्टी ने अपनी जान जोखिम में डालकर कई लड़कियों की जान बचाई थी। हाल ही में किसी भी अच्छे काम को सोशल मीडिया के जरिए लोगों तक पहुंचाकर उसकी तारीफ करने की कोशिश की जाती है। लेकिन कई सालों तक सुनील शेट्टी के इस काम के बारे में किसी को पता नहीं चला। यह घटना 1996 में हुई थी। सुनील ने 128 लड़कियों को मानव तस्करी से बचाया था।
नेपाल सरकार ने लड़कियों को वापस देश ले जाने से किया इंकार
5 फरवरी 1996 को पुलिस और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मुंबई के कमाठीपुरा इलाके में छापा मारा था। उस दौरान वहां से 456 लड़कियों को छुड़ाया था। ये सभी लड़कियां 14 से 30 साल की उम्र की थीं। इनमें से 128 लड़कियां नेपाल की थी, इनमें से आधी नाबालिग लड़कियां थीं। पुलिस ने इन लड़कियों को तो कमाठीपुरा से छुड़ा लिया, मगर नेपाल सरकार ने इन लड़कियों को अपने देश वापस लाने से मना कर दिया।
सुनील शेट्टी ने लड़कियों को भेजा उनके घर
नेपाली सरकार का कहना था कि इन लड़कियों के पास जन्म प्रमाण पत्र या नागरिकता का कोई सबूत नहीं था। लिहाजा वह सभी लड़कियां यह साबित नहीं कर पाईं कि वो नेपाल की नागरिक हैं। तो सवाल उठा कि अब इन बच्चियों का क्या होगा? इसके बाद सुनील शेट्टी उन लड़कियों के लिए फरिश्ता बनकर आए। उन्होंने इन 128 लड़कियों को घर भेजने की व्यवस्था की थी।
अपने नेक काम की नहीं दी किसी को जानकारी
सुनील शेट्टी ने लड़कियों को काठमांडू भेजने के लिए फ्लाइट टिकट बुक कराया था। इसके साथ ही उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि सभी बच्चियां सकुशल अपने घर पहुंच जाएं। सुनील ने इस मदद पर कभी कोई टिप्पणी नहीं की, क्योंकि उन्हें यह डर था कि अगर इस घटना को कहीं पढ़ा गया तो ये लड़कियों के लिए खतरा हो सकता है।
सर्वाइवर ने दी सुनील शेट्टी के नेक काम की जानकारी
हालांकि, सुनील शेट्टी ने करीब 24 साल बाद यानी साल 2020 में इस मदद के बारे में खुलासा किया। ये बात उन्होंने तब बताई जब इन लड़कियों में शामिल एक सर्वाइवर चरिमाया तमांग ने जब एक इंटरव्यू में इसकी जानकारी दी। चरिमाया ने बताया कि सुनील शेट्टी ने उसके साथ-साथ कई लड़कियों की जान बचाई थी। चरिमाया के इस इंटरव्यू के बाद सुनील शेट्टी द्वारा किया गया यह नेक काम लाइम लाइट में आया। चरिमाया अब एक एनजीओ चलाती हैं, जो वेश्यावृत्ति की शिकार लड़कियों के कल्याण के लिए काम करती हैं।

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