इसका जिक्र खुद कादर खान ने किया था। दरअसल, एक दिन कादर खान अपने पत्रकार मित्रों के साथ थे, इतने में किसी ने अमिताभ बच्चन की बात कर डाली। पहले तो कादर खान देर तक इस मसले पर कुछ नहीं बोले। लेकिन उसके बाद उन्होंने एक ऐसी बात बताई जिसे सुनकर सब चौंक गए। अब आप भी सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसी कौन सी बात कादर खान ने अपने दोस्तों को बताई होगी।
तो कादर खान ने कहा था कि ‘अगर मैं अमित को सर जी कहकर बुलाना शुरू कर देता तो मेरा करियर यूं एकाएक खत्म न हो जाता।’ उसके आगे कादर खान ने बताया कि कैसे दक्षिण भारत के एक प्रोड्यूसर ने एक बार उनसे मिलकर इस बारे में बात की थी। एक फिल्म में उन्हें बतौर संवाद लेखक लेने के बात चल रही थी और उस निर्माता ने कादर खान से कहा कि आप ‘सर जी’ से मिल लो। इस पर कादर खान ने सवाल किया, कौन सर जी?निर्माता ने कहा कि आप ‘सर जी’ को नहीं जानते। अरे, अमिताभ बच्चन। कादर खान ने छूटते ही पूछा कि ये सर जी कब से हो गया।
कादर खान ने उस बातचीत में माना भी कि इसी के चलते उन्हें खुदा गवाह से बाहर किया गया। मनमोहन देसाई की फिल्म गंगा जमना सरस्वती आधी लिखने के बाद उन्हें छोड़नी पड़ी और भी अमिताभ बच्चन की तमाम अंडर प्रोडक्शन फिल्में थी, जिनमें वह बतौर कलाकार या लेखक शामिल थे, लेकिन ये सारी फिल्में उनके हाथ से सिर्फ इसलिए निकल गईं क्योंकि अमिताभ बच्चन को ‘सर जी’ कहना उन्हें मंजूर नहीं हुआ।