1975 में आई फिल्म ‘धर्मात्मा’ में फिरोज खान और हेमा मालिनी लीड रोल्स में थे। इस फिल्म के बारे में बातचीत के दौरान फिरोज ने हेमा को ‘बेबी’ कहकर संबोधित किया था। इस पर हेमा से ज्यादा उनकी मां को झटका लगा था।
बॉलीवुड में हेमा मालिनी की छवि ‘टच मी नॉट’ वाली रही है. धर्मेंद्र ही एक ऐसे एक्टर थे जिन्होंने ऑनस्क्रीन हेमा मालिनी के साथ रोमांटिक सीन्स में काफी लिबर्टी ली। शायद हेमा मालिनी की इमेज ही ऐसी थी कि कोई निर्देशक उनके को-स्टार्स को एक सीमित दायरे में रखना ही पसंद करता था। उन्होंने राजेश खन्ना, धर्मेंद्र, अमिताभ बच्चन और राज कपूर जैसे कई सितारों के साथ काम किया है। फिल्म ‘धर्मात्मा’ के जरिए हेमा मालिनी ने एक्टर फिरोज खान के साथ भी काम किया।
इस फिल्म के लिए उन्हें अफगानिस्तान जाना पड़ा था। फिल्म के सिलसिले में बात करते हुए फिरोज खान ने ‘ड्रीम गर्ल’ को बेबी कह दिया था, जिससे वह दंग रह गई थीं। खुद हेमा मालिनी की मां भी इस बात से पूरी तरह हैरान रह गई थीं। हेमा मालिनी के सारे को-स्टार्स ने उन्हें हेमा जी कहकर बुलाते थे। पूरी इंडस्ट्री में केवल फ़िरोज़ खान ही ऐसे थे जो उन्हें बेबी कहकर बुला सकते थे।
दरअसल हेमा मालिनी फ़िरोज़ खान के मिजाज और अंदाज़ से बखूबी वाकिफ थी और उन्हें इससे कोई ख़ास ऐतराज भी नहीं था। लेकिन हेमा की मां पूरी फिल्म के दौरान फ़िरोज़ खान के लिए सरदर्द ही साबित हुई। दरअसल, हेमा मालिनी ने एक बार फिरोज खान के बारे में कहा था,’वे पहले और आखिरी व्यक्ति थे जिन्होंने मुझे ‘बेबी’ कहा था।’ किसी ने ऐसा कहने की हिम्मत नहीं की थी। काश, कोई कहता। क्या शानदार आदमी थे वे। जब मैंने ‘धर्मात्मा’ करने के लिए हां कही थी, तब उन्होंने बहुत साफ कहा था कि मैं केवल पहले हॉफ तक ही फिल्म में रहूंगी। उन्होंने कहा,’तुम ना नहीं कह सकती हो, बेबी!’ ये मेरे लिए एक नया अनुभव था। मुझसे ज्यादा मेरी मां को झटका लगा था। जब हर कोई मुझे ‘जी’ कह कर बुलाता था, तब कोई मुझे इतने स्नेह से बुलाए।
हेमा मालिनी ने फिरोज खान के बारे में बात करते हुए आगे कहा था कि फिल्म के एक सीन में फ़िरोज़ खान और हेमा मालिनी के बीच एक किस सीन था। फ़िरोज़ खान की फिल्मों में ऐसे सीन्स ट्रेडमार्क की तरह रखे जाते थे। जब इस सीन के बारे में हेमा मालिनी को बताया गया तो उन्होंने ज्यादा ना-नुकुर नहीं की और इसके लिए तैयार हो गयी लेकिन जब इस सीन को फिल्माने की तैयारी हो गयी तो हेमा की मां जया चक्रवर्ती ने इस पर सख्त एतराज जताते हुए हेमा को सीन देने से मना कर दिया। फ़िरोज़ खान को अपने काम में किसी की दखलंदाजी बिलकुल पसंद नहीं थी। लेकिन हेमा की खातिर उन्होंने खुद को काबू में किया और उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन जया चक्रवर्ती टस से मस नहीं हुई। आखिरकार फ़िरोज़ खान ने इस सीन को फिल्म से ही निकाल दिया। इस फिल्म ने हेमा मालिनी के करियर ग्राफ को ऊपर उठाने में मदद की।