जिला प्रशासन की दी चेतावनी
शहर के मालवीय आवास गृह पर भारतीय किसान यूनियन ने धरना प्रदर्शन किया। जिसमें किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने गन्ना किसानों की समस्यों को लेकर प्रशासन को चेताया। उन्होंने कहा कि अगर किसानों का गन्ना चीनी मिलों ने नहीं लिया तो वे डीएम कार्यालय में गन्ना डालेंगे। टिकैत ने कहा कि आज गरीब किसान का गन्ना माफिया खरीद रहे है। सरकारी व्यवस्था खराब है। योगी सरकार में किसानों के लिए कोई पॉलिसी नहीं बनाई गई है।
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नेशनल एग्रीकल्चर पॉलिसी बनाने की मांग
एक सवाल के जवाब में राकेश टिकैत ने कहा कि देश में नेशनल एग्रीकल्चर पॉलिसी बने। किसानों से संबंधित 18 मंत्रालयों की एक कमेटी बने। तभी किसानों की समस्याओं का समाधान संभव है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का दावा कि किसानों कि 2022 तक आय दोगुनी करेंगे, लेकिन उनकी सरकार खुद 2019 तक है तो वो 2022 की योजना कैसे बता सकते हैं।
नेशनल एग्रीकल्चर पॉलिसी बनाने की मांग
एक सवाल के जवाब में राकेश टिकैत ने कहा कि देश में नेशनल एग्रीकल्चर पॉलिसी बने। किसानों से संबंधित 18 मंत्रालयों की एक कमेटी बने। तभी किसानों की समस्याओं का समाधान संभव है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का दावा कि किसानों कि 2022 तक आय दोगुनी करेंगे, लेकिन उनकी सरकार खुद 2019 तक है तो वो 2022 की योजना कैसे बता सकते हैं।
‘किसानों पर कर्जा बढ़ा रही सरकार’
राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार किसानों का कर्जा माफ नहीं बल्कि और कर्जे में डुबो रही है। उन्होंने कहा कि किसान को कर्जा नहीं फसल का उचित दाम चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि 27 मार्च को एनसीआर में बड़ा आंदोलन करेंगे। 10 वर्ष पुराने ट्रैक्टर को सरकार ने एनजीटी के आदेश पर हटाने का निर्णय लिया है अब सरकार हमारे पुराने ट्रैक्टर ले और नए किसान को दे।