क्या है मामला बदायूँ के सिविल लाइन थाना क्षेत्र की नवादा चौकी क्षेत्र में सरकार हॉस्पीटल के नाम से एक अस्पताल दो सालों से चल रहा है। इस अस्पताल के भवन स्वामी मुस्लिम अली ने किराये पर दिया था। बरेली के रहने वाले मोहम्मद आरिफ गाजी दो साल से सरकार हॉस्पिटल चला रहे हैं। अस्पताल सही चल रहा था कि कुछ लोग 29 सितम्बर की रात में कार से आकर पहले अस्पताल की वीडियो बनाते हैं और फिर अगले दिन अस्पताल में दो युवक अंदर आते हैं और वो मोबाइल से वीडियो बनाते रहते हैं किसी को इस बात की भनक तक नहीं लगती है। जबकि तीसरा व्यक्ति अस्पताल में सभी की निगरानी करता रहता है। दो युवक सीधे अंदर आने के बाद डॉ विवेक कुमार को एक चिट्टी देते हैं। डॉ उस समय मरीजों को देख रहे होते हैं इसलिए वो ध्यान नहीं देते हैं। थोड़े समय बाद उनको ध्यान आता है कि कोई चिट्टी दे गया है। तब वो चिठ्ठी देखते हैं जिसके बाद उनके होश उड़ जाते हैं, जिसमे एक करोड़ की रंगदारी की बात होती है।
मास्टर माइंट की तलाश जारी इस घटना के बाद सिविल लाइन थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल कर दीं जो अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गयी थीं। वहीं रंगदारी मांगने वालों ने डराने के लिए अस्पताल के डॉक्टर के घर पर फायरिंग करा दी जिससे डर से रंगदारी मिल सके। जब दूसरा मामला सदर कोतवाली पुलिस ने दर्ज किया तो पुलिस और भी सक्रिय हो गई। सोशल मीडिया पर वाय़रल तस्वीरों को पहचानने वालों ने पुलिस को सूचना दे दी जिसके बाद इन सभी को पुलिस ने पकड़ लिया। इन सभी लोगों ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। एसएसपी अशोक कुमार ने बताया कि घटना में डॉक्टर को लैटर देने वाले तीन आरोपियों अरमान, फरदीन, बाबू हसन को गिरफ्तार कर लिया गया है इनके पास से एक प्रिंटर, तीनमोबाइल, हाथ से लिखे पर्चे और प्रिंटेड पर्चे बरामद किये गये हैं वहीं इस घटना के अन्य साजिशकर्ता की तलाशी की जा रही है।