स्वच्छता अभियान के नाम पर लूट बदायूं की ग्राम पंचायतों में स्वछता अभियान के तहत केंद्र से मिलने वाले रुपयों की इन दिनों लूट मची हुई है। ग्राम प्रधान स्वछता के नाम पर गांव-गांव कूड़ेदान रखवा रहे हैं जिसके लिए ग्राम निधि से एक कूड़ेदान का 7200 रुपया नियत है लेकिन ग्राम प्रधान और सचिव मिल कर मात्र 800 रूपए वाला कूड़ेदान गांव में रखवा कर उसका पूरा पैसा यानि 7200 रूपए निकाल कर बंदरबांट कर रहे हैं। जनपद में इतने बड़े घोटाले की जानकारी जब डीएम को पता चली तो उन्होंने एक गांव गुधनी का दौरा कर इसकी जानकारी ली तो पता चला कि बड़े स्तर पर यह घोटाला चल रहा है। ग्राम गुधनी के लोगों ने बताया कि ग्राम प्रधान के माध्यम से गांव में यह कूड़ेदान रखवाये गए हैं और कोई बाहर की कम्पनी इसे लगा रही है यह कूड़ेदान घटिया किस्म के हैं गांव में जब डीएम ने दौरा किया तो पता चला कि यह कूड़ेदान मात्र 800 रूपए कीमत के हैं। इस संबंध में जब ग्राम प्रधान से बात की गई तो महिला होने के नाते वह कैमरे के सामने नहीं आईं उनके पति ने जानकारी देते हुये बताया कि डीएम साहब के निर्देश पर हम इसका पैसा ग्राम निधि से नहीं देंगे। डीएम साहब ने गांव के सचिव पर कार्रवाई भी की है और जो पैसा निकल चुका है उसकी वसूली भी प्रधान और सचिव से की जाएगी।
प्रधान और सचिव से होगी वसूली इस मामले की जानकारी जब जिले के तेज़तर्रार डीएम को हुई तो उन्होंने कई गावों का दौरा कर कूड़ेदानों को चेक किया तो पाया कि इसमें भ्रष्टाचार का खुला खेल चल रहा है। जिस पर तत्काल प्रभाव से डीएम द्वारा इसकी जांच सीडीओ को सौंपी गई और निर्देश जारी किये कि अगर किसी ने इन कूड़ेदानों का पैसा निकाल भी लिया है तो तत्काल इसकी वसूली गांव के प्रधान और सचिव से की जाये और आगे रोक लगाने के निर्देश भी सभी ग्राम पंचायतों को जारी किये हैं। डीएम ने बताया कि अगर कोई भ्रष्टाचार करेगा तो उसे किसी कीमत पर छोडूंगा नहीं।