इन जिलों में रहेगा ड्राई डे
11 मई को प्रदेश में निकाय चुनाव के दूसरे चरण के लिए वोटिंग होगा। इस बात को ध्यान में रखकर चुनाव से 48 घंटे पहले इन जिलों में शराब, बीयर और भांग की दुकानें भी बंद हो जाएंगी।
प्रदेश के जिन शहरों में यह नियम लागू होगा वह शहर है- मेरठ, हापुड़, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, बागपत, बुलंदशहर, बदायूं, शाहजहांपुर, बरेली, पीलीभीत, हाथरस, कासगंज, एटा, अलीगढ़, कानपुर नगर, कानपुर देहात, फर्रुखाबाद, इटावा, कन्नौज, औरैया, हमीरपुर, चित्रकूट, महोबा, बांदा, अयोध्या, सुलतानपुर, अंबेडकरनगर, बाराबंकी, अमेठी, बस्ती, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, सोनभद्र, भदोही व मिर्जापुर शामिल है।
11 मई को प्रदेश में निकाय चुनाव के दूसरे चरण के लिए वोटिंग होगा। इस बात को ध्यान में रखकर चुनाव से 48 घंटे पहले इन जिलों में शराब, बीयर और भांग की दुकानें भी बंद हो जाएंगी।
प्रदेश के जिन शहरों में यह नियम लागू होगा वह शहर है- मेरठ, हापुड़, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, बागपत, बुलंदशहर, बदायूं, शाहजहांपुर, बरेली, पीलीभीत, हाथरस, कासगंज, एटा, अलीगढ़, कानपुर नगर, कानपुर देहात, फर्रुखाबाद, इटावा, कन्नौज, औरैया, हमीरपुर, चित्रकूट, महोबा, बांदा, अयोध्या, सुलतानपुर, अंबेडकरनगर, बाराबंकी, अमेठी, बस्ती, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, सोनभद्र, भदोही व मिर्जापुर शामिल है।
जिले में 11 मई को होगा चुनाव
इस बार बदायूं में निकाय चुनाव के लिए दूसरे चरण में वोटिंग होगा। अध्यक्ष पद के लिए 167 तथा सदस्य पद के लिए 1479 प्रत्याशी मैदान में हैं। वोट पड़ने के बाद मतगणना में साफ हो जाएगा कि किसकी मेहनत कामयाब हुई और किसे जनता ने इस बार मौका नहीं दिया।
इस बार बदायूं में निकाय चुनाव के लिए दूसरे चरण में वोटिंग होगा। अध्यक्ष पद के लिए 167 तथा सदस्य पद के लिए 1479 प्रत्याशी मैदान में हैं। वोट पड़ने के बाद मतगणना में साफ हो जाएगा कि किसकी मेहनत कामयाब हुई और किसे जनता ने इस बार मौका नहीं दिया।
मतगणना के बाद ही उतार पाएंगे थकान
हालांकि निकाय चुनाव में मतदान के तुरंत बाद प्रत्याशी और उनके समर्थक अपनी थकान नहीं उतार पाएंगे। इसका कारण है मतदान के अगले ही दिन मतगणना की तैयारी। क्योंकि प्रदेश में 13 मई को मतगणना है। इसके लिए प्रत्याशियों को मतगणना एजेंट भी सेट करने होंगे और तमाम तैयारियां करनी होगी और फैसले का इंतजार करना होगा।
हालांकि निकाय चुनाव में मतदान के तुरंत बाद प्रत्याशी और उनके समर्थक अपनी थकान नहीं उतार पाएंगे। इसका कारण है मतदान के अगले ही दिन मतगणना की तैयारी। क्योंकि प्रदेश में 13 मई को मतगणना है। इसके लिए प्रत्याशियों को मतगणना एजेंट भी सेट करने होंगे और तमाम तैयारियां करनी होगी और फैसले का इंतजार करना होगा।