ये था मामला
बदायूं के थाना दातगंज के गांव पापड़ की रहने वाली सुशीला पीडब्लूडी में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थीं। सुशीला बदायूं में सरकारी क्वाटर लेकर रह रही थीं और कभी-कभी अपने गांव में भी रहने चली जाती थीं। वे अपने बेटे को खर्चे के लिए पैसा भी देती थीं। सुशीला का बेटा राजीव बेरोजगार था और कभी-कभी बेलदारी कर लिया करता था। एक दिन राजीव ने अपनी मां सुशीला से खर्चे के पैसे मांगे तो मां ने पैसे देने के लिए मना कर दिया, इसी बात से नाराज होकर राजीव ने अपने दोस्त के साथ मिलकर अपनी मां की हत्या की साजिश रच दी। राजीव ने अपने दोस्त के साथ मिलकर अपनी मां की गला दबाकर हत्या कर दी और शव खेत में फेंक दिया। जब पुलिस ने संदेह के आधार पर राजीव को पकड़ा तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया और कहने लगा वह दोस्त की बातों में आ गया था। उसके दोस्त ने कहा था कि मां की हत्या से पांच लाख रुपए मिलेंगे और सरकारी नौकरी भी। रुपए मुझे दे देना और नौकरी तुम ले लेना। वो दोस्त के बहकावे में आ गया और अपनी मां की हत्या कर दी।
बदायूं के थाना दातगंज के गांव पापड़ की रहने वाली सुशीला पीडब्लूडी में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थीं। सुशीला बदायूं में सरकारी क्वाटर लेकर रह रही थीं और कभी-कभी अपने गांव में भी रहने चली जाती थीं। वे अपने बेटे को खर्चे के लिए पैसा भी देती थीं। सुशीला का बेटा राजीव बेरोजगार था और कभी-कभी बेलदारी कर लिया करता था। एक दिन राजीव ने अपनी मां सुशीला से खर्चे के पैसे मांगे तो मां ने पैसे देने के लिए मना कर दिया, इसी बात से नाराज होकर राजीव ने अपने दोस्त के साथ मिलकर अपनी मां की हत्या की साजिश रच दी। राजीव ने अपने दोस्त के साथ मिलकर अपनी मां की गला दबाकर हत्या कर दी और शव खेत में फेंक दिया। जब पुलिस ने संदेह के आधार पर राजीव को पकड़ा तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया और कहने लगा वह दोस्त की बातों में आ गया था। उसके दोस्त ने कहा था कि मां की हत्या से पांच लाख रुपए मिलेंगे और सरकारी नौकरी भी। रुपए मुझे दे देना और नौकरी तुम ले लेना। वो दोस्त के बहकावे में आ गया और अपनी मां की हत्या कर दी।
ये बताया एसएसपी ने
इस मामले में एसएसपी अशोक कुमार का कहना है कि थाना दातागंज क्षेत्र में 15 जून की रात में करीब 55 वर्षीय महिला की मृत्यु हुई थी। उस समय प्रारंभिक जांच में लग रहा था कि हत्या में किसी घरवाले का हाथ हो सकता है। अब उस घटना का खुलासा हुआ है। उस महिला का एक 35 वर्षीय पुत्र है जो बेरोजगार है। उसके छह बच्चे हैं। काम कुछ करता नहीं है। शराब का आदी है। शराब के पैसे को लेकर पहले भी अपनी मां के साथ मारपीट कर चुका है। चोरी के इल्जाम में जेल भी जा चुका है। उसने अपने साथी के साथ मिलकर मां की हत्या की है। अपने साथी के साथ मिलकर उसने योजना बनाई थी कि मां की हत्या के बाद उसे पांच लाख रुपए मिल जाएंगे, साथ ही सरकारी नौकरी मिल जाएगी। इस लालच में आकर उसने साथी के साथ मिलकर मां की हत्या की और शव को खेत में ले जाकर फेंक दिया। अब उसने खुद ही पश्चाताप कर अपना जुर्म सबके सामने कबूला है।
इस मामले में एसएसपी अशोक कुमार का कहना है कि थाना दातागंज क्षेत्र में 15 जून की रात में करीब 55 वर्षीय महिला की मृत्यु हुई थी। उस समय प्रारंभिक जांच में लग रहा था कि हत्या में किसी घरवाले का हाथ हो सकता है। अब उस घटना का खुलासा हुआ है। उस महिला का एक 35 वर्षीय पुत्र है जो बेरोजगार है। उसके छह बच्चे हैं। काम कुछ करता नहीं है। शराब का आदी है। शराब के पैसे को लेकर पहले भी अपनी मां के साथ मारपीट कर चुका है। चोरी के इल्जाम में जेल भी जा चुका है। उसने अपने साथी के साथ मिलकर मां की हत्या की है। अपने साथी के साथ मिलकर उसने योजना बनाई थी कि मां की हत्या के बाद उसे पांच लाख रुपए मिल जाएंगे, साथ ही सरकारी नौकरी मिल जाएगी। इस लालच में आकर उसने साथी के साथ मिलकर मां की हत्या की और शव को खेत में ले जाकर फेंक दिया। अब उसने खुद ही पश्चाताप कर अपना जुर्म सबके सामने कबूला है।