आबिद रज़ा ने कहा कि जब मैंने गंगा और गोकशी के खिलाफ मोर्चा खोला, तब सपा की ही सरकार थी और तब उनके मैरिज होम का काम रोक दिया गया। अब जब उन्होंने मुसलमानों के हक़ में आवाज बुलंद की तो उनका मैरिज होम तुड़वा दिया गया। आबिद रजा का मैरिज होम टूटने के साथ ही सपा की अंदरूनी लड़ाई भी सड़क पर आ गई है। मैरिज होम टूटने के बाद आबिद रज़ा के समर्थकों ने बदायूं से सपा सांसद धर्मेंद्र यादव का पुतला फूंका और धर्मेंद्र यादव मुर्दाबाद के नारे लगाए।
पूर्व विधायक ने कहा कि 22 तारीख को डीएम ने मेरी अपील खारिज की। एक महीने का समय दिया जाता है। लेकिन उन्हें न तो कोई नोटिस दिया गया, न आदेश मिला और न ही अपील करने का समय दिया। उन्होंने कहा कि वे इंसाफ के लिए न्यायालय जाएंगे। उन्होंने कहा कि लोग नहीं चाहते कि मैं मुसलमानों को जागरूक करूं। आबिद रजा ने कहा कि मैंने जमीन खरीदी उनको एसडीएम ने 143 घोषित किया। 143 का मतलब है आवासीय घोषित होना। इसमें मेरा क्या कसूर है। अब मैं मैरिज होम तुड़वाने के बदले मुआवजे की मांग करूंगा।