ये है पूरा मामला
बिसौली में कृष्णा कॉलोनी निवासी 35 वर्षीय अजय कुमार प्राथमिक विद्यालय रतनपुर में अध्यापक थे। महाशिवरात्रि के दिन वे घर में अकेले थे। उनकी गर्भवती पत्नी अनन्या उर्फ बेबी एक महीने पहले से मायके शक्तिनगर, मध्यप्रदेश गई हुई थी। वहीं उनके पिता मेवाराम समेत परिवार के अन्य सदस्य भी पैतृक गांव शरह बरौलिया, बिल्सी गए थे। बुधवार को जब उनके पिता ने अजय को कॉल किया तो फोन रिसीव नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने पड़ोसियों को घर पहुंचकर अजय से बात कराने को कहा। पड़ोसी जब उनके घर पहुंचे तो अजय की लाश फंदे से झूल रही थी। इसके बाद उनके परिजन आनन फानन में घर पहुंचे। पिता के अनुसार घरेलू कलह से तंग आकर अजय ने यह आत्मघाती कदम उठाया है। पोस्टमार्टम के बाद इस मामले की तहरीर देंगे।
बिसौली में कृष्णा कॉलोनी निवासी 35 वर्षीय अजय कुमार प्राथमिक विद्यालय रतनपुर में अध्यापक थे। महाशिवरात्रि के दिन वे घर में अकेले थे। उनकी गर्भवती पत्नी अनन्या उर्फ बेबी एक महीने पहले से मायके शक्तिनगर, मध्यप्रदेश गई हुई थी। वहीं उनके पिता मेवाराम समेत परिवार के अन्य सदस्य भी पैतृक गांव शरह बरौलिया, बिल्सी गए थे। बुधवार को जब उनके पिता ने अजय को कॉल किया तो फोन रिसीव नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने पड़ोसियों को घर पहुंचकर अजय से बात कराने को कहा। पड़ोसी जब उनके घर पहुंचे तो अजय की लाश फंदे से झूल रही थी। इसके बाद उनके परिजन आनन फानन में घर पहुंचे। पिता के अनुसार घरेलू कलह से तंग आकर अजय ने यह आत्मघाती कदम उठाया है। पोस्टमार्टम के बाद इस मामले की तहरीर देंगे।
सुसाइड नोट में ये लिखा
अजय की जेब से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें लिखा है कि पत्नी बेबी रानी उर्फ अनन्या व उसकी सास श्यामवती देवी उससे आए दिन झगड़ा करती थीं। सास दहेज उत्पीडऩ का मुकदमा लिखाकर पूरे परिवार को फंसाने की धमकी देती थी। उसे परिवार से अलग करने की कोशिश करती थी। उसने अपनी पत्नी को नौकरी समेत चल-अचल संपत्ति से बेदखल करने और सजा दिलाने की अपील की है। उसने लिखा कि भले ही कोई कुवांरा रहे लेकिन तुम्हारे जैसी लड़की व परिवार किसी को न मिले। इस मामले में जसवीर सिंह, कोतवाल बिसौली का कहना है कि अब तक कोई तहरीर नहीं मिली है। शव का पोस्टमार्टम करा दिया गया है। परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा लिखा जाएगा।
अजय की जेब से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें लिखा है कि पत्नी बेबी रानी उर्फ अनन्या व उसकी सास श्यामवती देवी उससे आए दिन झगड़ा करती थीं। सास दहेज उत्पीडऩ का मुकदमा लिखाकर पूरे परिवार को फंसाने की धमकी देती थी। उसे परिवार से अलग करने की कोशिश करती थी। उसने अपनी पत्नी को नौकरी समेत चल-अचल संपत्ति से बेदखल करने और सजा दिलाने की अपील की है। उसने लिखा कि भले ही कोई कुवांरा रहे लेकिन तुम्हारे जैसी लड़की व परिवार किसी को न मिले। इस मामले में जसवीर सिंह, कोतवाल बिसौली का कहना है कि अब तक कोई तहरीर नहीं मिली है। शव का पोस्टमार्टम करा दिया गया है। परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा लिखा जाएगा।